प्रदीप द्विवेदी. रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य टकराव के कारण बने हालात विश्वशांति के लिए खतरे की घंटी बन गए हैं!
इन हालात को लेकर रूसी राष्ट्रपति पुतिन का रुख कुछ भी हो, लेकिन रूस के ही 80 प्रतिशत लोग नहीं चाहते कि विश्व में युद्ध के हालात बने?
इंटरनेशनल पेंडुलम डाउजिंग एक्सपर्ट राजीव सरदाना (रेकी ग्रैंड मास्टर, प्राणिक हीलर, आध्यात्मिक डाउजर) बता रहे हैं कि कोरानाकाल से उभर रहे विश्व को शांति की सख्त जरूरत है, ताकि दुनिया को बर्बादी के दौर से उभारा जा सके, पेंडुलम डाउजिंग के जरिए इस वक्त की पॉजिटिव एनर्जी की जानकारी बताती है कि विश्व की 90 प्रतिशत आबादी नहीं चाहती की विश्व में युद्ध के हालात बनें, इतना ही नहीं, रूस के 80 प्रतिशत लोग भी विश्व में युद्ध नहीं चाहते हैं!
एस्ट्रोएंगल से संसार के सितारों को देखें, तो इस वक्त दो बढ़े बदलाव आए हैं, एक- जीवन उर्जा प्रदान करने वाला गुरु ग्रह अस्त हो गया है, तो दो- संहार के असरदार सितारे शनि ग्रह का उदय हुआ है, जाहिर है, इस वक्त विश्व के तमाम प्रभावी नेताओं को संयम बरतने के साथ-साथ उन ताकतों को नियंत्रित करने की आवश्यकता है, जो जाने-अनजाने दुनिया को विश्वयुद्ध की ओर ले जा रही हैं!
उल्लेखनीय है कि 24 जनवरी 2022 को शनि अस्त हुआ था, जिसका 25 फरवरी 2022 को अस्तकाल समाप्त हुआ है, जबकि 24 फरवरी 2022 गुरु अस्त हुआ है, जिसका 24 मार्च 2022 को अस्तकाल समाप्त होगा?
लिहाजा, इस दौरान जिनका गुरु कारक है और शनि अकारक है, उन्हें विशेषरूप से सतर्क और संयमित रहने की जरूरत है!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रूस की अक्ल ठिकाने लगवाने के लिए अमेरिका पहुंचा UNSC, मांगा हमले का अधिकार
यूक्रेन के कई शहरों में घुसी रूसी सेना, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने वॉर रोकने को लेकर दिया बड़ा बयान
रूस अब डॉलर, पाउंड और यूरो का नहीं कर सकेगा कारोबार, अमेरिका ने लगाया बैन
यूक्रेन का दावा: 800 से ज्यादा रूसी सैनिक मारे, 30 टैंक और 7 जासूसी एयरक्राफ्ट भी किए तबाह
रूस में पुतिन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर सड़कों पर उतरे लोग, हिरासत में लिए 1700 प्रदर्शनकारी
Leave a Reply