नजरिया. पश्चिम बंगाल के पिछले विधानसभा चुनाव में एकतरफा मीडिया ने ऐसा सियासी माहौल बनाया था, जैसे सीएम ममता बनर्जी की सत्ता से विदाई होनेवाली है और मोदी टीम की सरकार बननेवाली है, लेकिन हुआ उल्टा?
ममता बनर्जी तो फिर से मुख्यमंत्री बन गई और इसके बाद के हुए विभिन्न चुनावों में बीजेपी की ही विदाई हो गई!
विधानसभा चुनाव के बाद से तो मोदी टीम पश्चिम बंगाल की ओर देखती भी नहीं है, इतना ही नहीं, चुनाव तक टीएमसी से बीजेपी में आए ज्यादातर नेताओं की घर वापसी हो गई है, लिहाजा पश्चिम बंगाल के मूल भाजपाइयों के सामने पार्टी को फिर से खड़ा करना एक बड़ी चुनौती है?
खबर है कि तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के 108 नगर निकायों के चुनावों में 102 नगरपालिकाओं पर जीत हासिल की है, जबकि पिछले विधानसभा चुनावों में पहली बार 77 सीटें जीतने वाली बीजेपी के हिस्से में केवल हार आई है!
दिलचस्प खबर यह भी है कि इस चुनाव में, विधानसभा चुनावों से पहले टीएमसी छोड़कर बीजेपी में आ गए सुवेंदु अधिकारी अपना सियासी गढ़ भी नहीं बचा पाए हैं?
खबरों की मानें तो सुवेंदु अधिकारी अपनी कांठी नगर पालिका पर भी बीजेपी को जीत नहीं दिलवा सके हैं!
देखना दिलचस्प होगा कि अगले लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी 2019 जैसी कामयाबी हासिल कर पाती है या नहीं?
मोदी टीम को ही नहीं, एकतरफा मीडिया को भी औकात दिखा दी बंगाल ने?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मोदी टीम को ही नहीं, एकतरफा मीडिया को भी औकात दिखा दी बंगाल ने? news in hindi https://t.co/4kcOQxCKAo
— Palpalindia.com (@PalpalIndia) May 22, 2021
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अभिमनोजः पश्चिम बंगाल में मोदी टीम ने जो सियासी गलतियां की, उनका नुकसान बीजेपी को लगातार हो रहा है!
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