रीवा/जबलपुर. रीवा शहर के विश्वविद्यालय थाना अंतर्गत गायत्री नगर का रहने वाला छात्र रहस्यमयी तरीके से लापता हो गया था, जिसको रीवा पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जबलपुर से बरामद कर लिया है. बच्चा दो दिन पहले घर से सिरमौर चौराहा स्थित नाइस कंप्यूटर एकेडमी कोचिंग करने निकला था, लेकिन जब शाम तक घर नहीं पहुंचा तो पिता विश्वविद्यालय थाने गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे. तब पुलिस ने आईपीसी की धारा 363 का प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच शुरू की.
इसी बीच देर रात पिता के पास बेटे का फोन आया, बोला- पापा मुझे कुछ लोग जबलपुर उठा लाए हैं, मुझे यहां से ले चलो, नहीं तो मार डालेंगे. इसके बाद परिजन फिर थाने पहुंचे. पुलिस ने साइबर सेल की मदद ली तो बच्चे की लोकेशन जबलपुर मिली. ऐसे में जबलपुर पुलिस के आला अधिकारियों को सूचना देकर बच्चे को बरामद कर लिया गया. दूसरे दिन रीवा पुलिस जबलपुर पहुंची. जहां बच्चे की सुपुर्दगी लेते हुए सकुशल वापस थाने लेकर आई. यहां पुलिस ने बच्चे को परिजनों के हवाले कर दिया है.
1 मार्च को गुमशुदगी दर्ज
थाना प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश पटेल ने बताया कि 1 मार्च की शाम संतोष कुमार यादव निवासी गायत्री नगर विश्वविद्यालय थाने आए थे. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा आशीष यादव गुरुकुल स्कूल में दसवीं का छात्र है. जो नाइस कंप्यूटर एकेडमी सिरमौर चौराहा में कोचिंग बताकर घर से निकला था. कई घंटे बीत जाने के बाद भी घर वापस नहीं आया है. उसका मोबाइल भी बंद आ रहा था. अनहोनी की आशंका है कि कहीं किसी ने अगवा तो नहीं कर लिया. ऐसे में आईपीसी की धारात 363 के तहत गुमशुदगी दर्ज की.
जबलपुर मिली थी लोकेशन
तभी अचानक परिजनों के पास एक अन्य मोबाइल नंबर से फोन आया. जिसमें उसके बेटे ने बात करते हुए बताया कि मुझे कुछ लोग उठा लाए हैं. मुझे यहां से ले चलो नहीं मुझे मार डालेंगे. इसकी जानकारी परिजनों ने तुरंत थाना प्रभारी को दी. थाना प्रभारी ने तत्परता के साथ साइबर की मदद से बच्चे का लोकेशन जबलपुर रेलवे स्टेशन पाया. जिसके बाद जबलपुर पुलिस से संपर्क कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी. यहां से फोटो लोकेशन के आधार पर बच्चे को खोज निकाला. दूसरे दिन विश्वविद्यालय थाने से टीम भेजकर रीवा लाए. जहां सकुशल परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी की जेल से छूटकर कैदी करेंगे पंडिताई, गायत्री शक्तिपीठ सिखा रहा कैदियों को पुरोहित बनने के गुर
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