प्रदीप द्विवेदी. रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य टकराव के कारण बने हालात विश्वशांति पर बहुत बड़ा प्रश्न-चिन्ह है.
एस्ट्रोएंगल से संसार के सितारों को देखें, तो इस वक्त दो बढ़े बदलाव आए हैं, एक- जीवन उर्जा प्रदान करने वाला गुरु ग्रह अस्त हो गया है, तो दो- संकट के लिए असरदार सितारे शनि ग्रह का उदय हुआ है, जाहिर है, इस वक्त विश्व के तमाम प्रभावी नेताओं को संयम बरतने के साथ-साथ उन ताकतों को नियंत्रित करने की आवश्यकता है, जो जाने-अनजाने दुनिया को विश्वयुद्ध की ओर ले जा रही हैं.
उल्लेखनीय है कि 24 जनवरी 2022 को शनि ग्रह अस्त हुआ था, जिसका 25 फरवरी 2022 को अस्तकाल समाप्त हुआ है, जबकि 24 फरवरी 2022 गुरु ग्रह अस्त हुआ, जिसका 24 मार्च 2022 को अस्तकाल समाप्त होगा.
शनि यदि तेल है, तो मंगल आग है, इसलिए यदि शनि-मंगल संगम शुभ है, तो यह जीवन-प्रकाश देनेवाला दीपक है और यदि अशुभ है, तो दावानल है.
इस 26 फरवरी 2022 को गोचरवश मंगल ग्रह, शनि के घर मकर राशि में आया है, तो 7 अप्रैल 2022 को शनि के ही दूसरे घर कुंभ राशि में जाएगा, जबकि 17 मई 2022 को मीन राशि में प्रवेश करेगा.
तेल के घर में आग का प्रवेश उनके लिए शुभ है, जिनके लिए यह संगम कारक है, जबकि उनके लिए अशुभ है, जिनके लिए यह संगम अकारक है.
लिहाजा, 24 मार्च 2022 तक जिनका गुरु कारक है और शनि-मंगल संगम अकारक है, उन्हें विशेषरूप से सतर्क और संयमित रहने की जरूरत है.
इस दौरान संपूर्ण विश्व पर युद्ध के काले बादल छाए रहेंगे!
संसार के सितारे! रूस के 80 प्रतिशत लोग भी युद्ध नहीं चाहते?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका ने की भारत की तारीफ, सीनेटर ने दोस्ती के लिए जताया मोदी का आभार
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