पल-पल इंडिया ने उठाया था यूक्रेन से लौटे छात्रों के शैक्षिक भविष्य का सवाल? अब मेडिकल काउंसिल ने किया बड़ा ऐलान!

पल-पल इंडिया ने उठाया था यूक्रेन से लौटे छात्रों के शैक्षिक भविष्य का सवाल? अब मेडिकल काउंसिल ने किया बड़ा ऐलान!

प्रेषित समय :21:36:12 PM / Sun, Mar 6th, 2022

प्रदीप द्विवेदी. यूक्रेन से लौटे छात्र जहां स्वदेश लौटने पर खुश हैं, वहीं उनके सामने अपने शैक्षिक भविष्य को लेकर बड़ा प्रश्नचिन्ह था?

पल-पल इंडिया (26/2/2022) ने इस पर लिखा था- यूक्रेन से भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी अच्छी पहल! इन्हें शैक्षिक सुरक्षा भी दी जाए?

केंद्र में कोई भी सरकार रही हो, ऐसे संकट के समय हमेशा बेहतर निर्णय लिए गए हैं. ऐसे संकट के समय सुरक्षित वापसी अच्छी बात है, लेकिन इनके लिए कुछ और व्यवस्थाओं के बारे में भी सोचना चाहिए, खासकर छात्रों के लिए ताकि उन्हें शैक्षिक सुरक्षा मिल सके.

जो छात्र यूक्रेन में अध्ययन कर रहे थे, उन्हें देश में समकक्ष कोर्स में निशुल्क प्रवेश दिया जाना चाहिए, ताकि उनका शैक्षिक भविष्य खराब नहीं हो, संभव हो तो अन्य लोगों को भी प्राथमिकता के आधार पर रोजगार दिया जाना चाहिए!

खबर है कि नेशनल मेडिकल काउंसिल ने एक सर्कुलर जारी कर विदेश से मेडिकल की डिग्री लेने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है, एनएमसी का कहना है कि- युद्ध जैसी विषम परिस्थितियों के कारण अपनी इंटर्नशिप पूरी नहीं कर सके छात्र अब देश में ही इंटर्नशिप कर सकेंगे.

खबरों के अनुसार इस सर्कुलर में कहा गया है कि छात्रों की पीड़ा और तनाव को देखते हुए राज्य चिकित्सा परिषद देश में इंटर्नशिप की इजाजत दे सकते हैं, बशर्ते भारत में इंटर्नशिप के लिए आवेदन करने से पहले विदेशी चिकित्सा परीक्षा पास करें.

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण उन्हें पढ़ाई छोड़कर स्वदेश आना पड़ा है, जिसके कारण इन छात्रों के शैक्षिक भविष्य पर सवालिया निशान लग गया था.

खबरों की मानें तो यूक्रेन संकट को देखते हुए सरकार फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट लाइसेंसिएट रेगुलेशन एक्ट में बदलाव कर सकती है, जिसके तहत सरकार छात्रों को कई नियमों में छूट दे सकती है.

यह भी कहा जा रहा है कि जो छात्र मेडिकल ग्रेजुएट अभी नहीं हुए हैं, उन्हें देश में ही निजी और डीम्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला दिया जा सकता है.      

digvijaya singh @digvijaya_28

यूक्रेन से लौटे छात्रों के एडमिशन और पढ़ाई का खर्च उठाए सरकार!

Varun Gandhi @varungandhi80

यूक्रेन विवाद ने हजारों छात्रों को मानसिक रूप से तोड़ दिया है.

एक तरफ युद्धभूमि की कड़वी स्मृतियाँ हैं और दूसरी तरफ अधर में लटका हुआ भविष्य.

हमें नियमों को शिथिल कर भारतीय संस्थानों में इन छात्रों का समायोजन करना होगा.

उनकी और उनके अभिभावकों की चिंता, हमारी चिंता होनी चाहिए!

यूक्रेन से भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी अच्छी पहल! इन्हें शैक्षिक सुरक्षा भी दी जाए? news in hindi https://t.co/A2xuXu7DTb

— Palpalindia.com (@PalpalIndia) February 27, 2022
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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