दुबई. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए टेस्ट मैच को लेकर बड़ा फैसला दिया है. भारत और श्रीलंका के बीच इस मैदान पर खेला गया दूसरा टेस्ट मैच सिर्फ 3 दिन में खत्म हो गया था. इतना ही नहीं पहले ही दिन 16 विकेट गिर गए थे. पिंक बॉल से खेले गए डे-नाइट टेस्ट को टीम इंडिया ने 238 रन से जीता था. मैच रेफरी और पूर्व भारतीय क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ ने मैदान की पिच को औसत से नीचे माना है. इस कारण एक डिमेरिट पॉइंट भी उसे दिया गया है. 5 साल में अगर किसी पिच को 5 डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं तो उस पर एक साल का बैन लग सकता है. यानी इस दौरान वहां इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेला जा सकेगा.
जवागल श्रीनाथ ने अपनी रिपोर्ट में कहा, पिच ने पहले ही दिन काफी टर्न लिया. हालांकि हर सेशन में इसमें सुधार हुआ. लेकिन मेरे विचार से यहां बैट और गेंद के बीच सही मुकाबला नहीं दिखा. आईसीसी की ओर से जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि पिच को मिले डिमेरिट पॉइंट 5 साल तक माने जाते हैं. ऐसे में 5 पॉइंट होने पर मैदान से इंटरनेशनल मैच की मेजबानी छिन सकती है. पिछले दिनों आईसीसी ने पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच रावलपिंडी में खेले गए पहले टेस्ट मैच की पिच को भी औसत से नीचे पाया था और एक डिमेरिट अंक दिए थे.
करुणारत्ने का शतक नहीं आया था काम
श्रीलंका की टीम मैच के तीसरे दिन 447 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 208 रन पर सिमट गई थी. कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने शानदार शतक लगाया था. मैच में भारत ने पहली पारी में 252 जबकि दूसरी पारी 9 विकेट पर 303 रन बनाकर घोषित कर दी थी. श्रीलंका की टीम पहली पारी में सिर्फ 109 रन बना सकी थी. भारत ने 2 मैचों की सीरीज पर 2-0 से कब्जा किया था. इसी के साथ टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट टेबल में चौथे नंबर पर पहुंच गई है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के सागर में होली खेलने के बाद तालाब में नहाते गए दो युवकों की डूबने से मौत
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