बीजिंग. चीन कई मामलों में दुनिया की निगाहों में आ जाता है. पहले कोरोना फैलाने का आरोप चीन पर लगाया गया. इसके बाद वहां लोगों की आजादी पर सरकार का कंट्रोल. चीन से सामने आती कई खबरों में इस बात का खुलासा हुआ है कि यहां लोगों की जिंदगी सरकार के हाथों में ही है. वो अपने हिसाब से लोगों को चलाते हैं. अब सामने आई खबरों से एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. खबर है कि चीन में कैदियों को मौत से पहले ही मार दिया जा रहा है. इन कैदियों को उम्रकैद की या फिर मौत की सजा मिली है. लेकिन मौत से पहले ही इनकी बॉडी से किडनी और दिल निकाल लिए जा रहे हैं.
चीन में 1984 से ही मौत की सजा पाए कैदियों के शरीर से ऑर्गन्स निकालना लीगल है. लेकिन अब ह्यूमन राइट्स ग्रुप्स ने बताया कि चीन में कुछ कैदियों के शरीर से ऑर्गन्स मौत से पहले ही निकाल लिए जाते हैं. चीन में ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए सबसे कम वेटिंग पीरियड होता है, जबकि वहां डोनर्स काफी कम है. इस वजह से ताजा दावे को बल मिल रहा है.
ब्रेन डेड बताकर करते हैं सर्जरी
ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी के मैथ्यू रॉबर्ट्सन ने रिसर्च में पाया कि चीन के कुछ जेलों में बंद कैदियों की सर्जरी उनके जिंदा रहते हुए ही कर दी. इसे रिपोर्ट को अमेरिकन जर्नल ऑफ़ ट्रांसप्लांटेशन में पब्लिश किया गया. इसमें सामने आया कि कैदियों को ब्रेन डेड बताकर उनके शरीर से किडनी और दिल निकाल लिए जाते हैं. इसमें से कुछ को तो बिना ब्रेन डेड डिक्लेयर किये ही सर्जरी से गुजरना पड़ा.
2019 में हुआ खुलासा
चीन में 1984 से ऐसा कानून पास किया गया, जिसमें उन कैदियों को जिन्हें फांसी की सजा सुनाई गई हो और उनकी लाश को लेने कोई नहीं आता है, के शरीर से किडनी लिवर निकाला जा सकता है. लेकिन 2019 में इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल ने पाया कि कैदियों को मौत से पहले ही मार दिया जा रहा है. बिना फांसी दिए ही उनके शरीर से किडनी और दिल निकाल दिया जा रहे है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-चीन में पहली बार सभी 31 राज्यों में फैला कोरोना, पांच शहरों में फुल लॉकडाउन
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