राहुल गांधी के बयान पर मायावती का पलटवार, कहा- कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली जैसी

राहुल गांधी के बयान पर मायावती का पलटवार, कहा- कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली जैसी

प्रेषित समय :12:44:52 PM / Sun, Apr 10th, 2022

लखनऊ. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को पलटवार करते हुए इस बात से इनकार किया कि कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का प्रस्ताव दिया था. यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी पर आरोप लगाया कि वह कभी दलितों के हित में खड़ी नहीं हुई.

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि राहुल गांधी को बसपा के बारे में बोलने से पहले 100 बार सोचना चाहिए. यह बयान उनकी जातिवादी सोच का प्रतीक है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दूसरी पार्टियों के बजाय अपनी चिंता करनी चाहिए. यूपी चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस की हालत खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है.

मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मुझे ये मालूम हुआ है कि कल राहुल गांधी ने पार्टी और पार्टी की मुखिया पर जो टिप्पणी की है, इस बयान से उनकी जातिवादी मानसिकता झलकती है. कांग्रेस ने कभी दलितों के आर्थिक और सामाजिक स्थितियों को बेहतर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए. दलितों को आरक्षण का भी पूरा लाभ नहीं दिया गया. कांग्रेस पार्टी खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह व्यवहार कर रही है.’

बसपा सुप्रीमो ने कहा, ‘ये लोग अपने बिखरे हुए घर को संभाल नहीं पा रहे हैं. राजीव गांधी भी कांशीराम जी को सीआईए का एजेंट बता चुके हैं. वो कहते हैं कि बसपा मुखिया सीबीआई, ED से डरती है. राहुल गांधी के चुनाव में मुझे सीएम बनाने को लेकर दिए गए बयान में रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है. राहुल गांधी को बसपा पर कोई भी टिप्पणी करने से पहले 100 बार सोचना चाहिए. बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ने में कांग्रेस का रवैया ढुलमुल रहा है. बीजेपी एंड कंपनी के लोग साम दाम दंड भेद से विपक्ष विहीन सरकार चलना चाहते हैं.’

उन्होंने कहा, ‘2007 में जब बसपा की पूर्ण बहुमत की सरकार थी, तब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी. प्रदेश की हालत बिगड़ने के लिए अयोध्या मामले में केंद्र से हमें फोर्स तक नहीं दी. कांग्रेस चाहती थी कि प्रदेश में हालत खराब करके राष्ट्रपति शासन लगाया जा सके.’

बसपा सुप्रीमो ने इस साथ ही कहा कि इन चुनावों में बसपा का रिजल्ट अच्छा नहीं आया है. इस पर हम मीडिया में बयान दे चुके हैं. बसपा का काम करने का अपना तौर तरीका है. राहुल गांधी खुद संसद में प्रधानमंत्री के गले लगकर ढोंग करते है. कांग्रेस ने खुद सपा के साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा था तब ये क्यों हारे थे.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

कांग्रेस हारी है, खत्म नहीं हुई है! आप ने नहीं, प्रादेशिक नेताओं की महत्वाकांक्षाओं ने कांग्रेस को मात दी है?

नवजोत सिंह सिद्धू की हुई फजीहत, कांग्रेस नेता ने बीच भाषण में कहा- नाटक कर रहे हो

कांग्रेस की रास चुनाव की तैयारी- प्रियंका गांधी राजस्थान, गुलाम नबी आजाद एमपी और विवेक तन्खा को छत्तीसगढ़ से भेजने पर विचार

कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में बोलीं सोनिया गांधी- लोकतंत्र और समाज के लिए पार्टी में परिवर्तन जरूरी

कहीं पंजाब न बन जाये महाराष्ट्र कांग्रेस की लड़ाई

Leave a Reply