शनिवार को पीपल वृक्ष में मिश्री मिश्रित दूध से अर्घ्य देने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती

शनिवार को पीपल वृक्ष में मिश्री मिश्रित दूध से अर्घ्य देने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती

प्रेषित समय :20:52:44 PM / Tue, Apr 12th, 2022

शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात शनिवार को पीपल वृक्ष में मिश्री मिश्रित दूध से अर्घ्य देने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है. पीपल के नीचे सायं कालीन समय में एक चतुर्मुख दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी ग्रह दोषों की निवृत्ति हो जाती है.

पुराणों में वर्णित है कि पिप्पलाद ऋषि ने अपने बचपन में माता पिता के वियोग का कारण शनि देव को जानकर उनपर ब्रह्म दंड से प्रहार कर दिया, जिससे शनि देव घायल हो गए. देवताओं की प्रार्थना पर पिप्पलाद ऋषि ने शनि देव को इस बात पर क्षमा किया कि शनि जन्म से लेकर 16 साल तक की आयु तक एवं उनके भक्तो को किसी को भी कष्ट नहीं देंगे. तभी से पिप्पलाद का स्मरण करने से ही शनि देव के प्रकोप से मुक्ति मिल जाती है.

शिवपुराण के अनुसार शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि की पीड़ा शान्त हो जाती है .

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

छत्तीसगढ़: क्रिश्चियन बन चुके 1200 आदिवासियों ने की हिंदू धर्म में वापसी, बीजेपी नेता ने गंगाजल से धोए सबके पैर

राहुल बनकर उमेद ने किशोरी को प्रेमजाल में फंसाया, कहा धर्म परिवर्तन कर लो शादी करुंगा

आज का दिन- गुरुवार 17 मार्च 2022, होली.... पूर्णिमा का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है!

Leave a Reply