प्रयागराज. मई के महीने में तापमान बढ़ने के साथ ही मोक्षदायिनी गंगा का जलस्तर भी लगातार कम होता जा रहा है. इसके बावजूद हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम तट पर कर्मकांड परंपराओं के लिए पहुंच रहे हैं. यहां उन्हें संगम तट पर गंगा जल की पर्याप्त उपलब्धता नहीं हो रही है. संगम आने वाले श्रद्धालुओं को गंगा नदी में स्नान और आचमन के लिए भी पर्याप्त जल नहीं मिल पा रहा है, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों में मायूसी है.
गंगा नदी का जल स्तर घटने से संगम नोज का क्षेत्र जहां लगभग पांच सौ मीटर पीछे खिसक चुका है, वहीं अब संगम में गंगा नदी में रेत के टीले नजर आ रहे हैं. जबकि यहां आने वाले श्रद्धालु घुटने भर पानी में आस्था की डुबकी लगाने को मजबूर हैं. वहीं गंगा में पानी कम हो जाने से नाविकों को भी नाव चलाने में परेशानी हो रही है.
गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में पानी कम होने से श्रद्धालु और पर्यटक भी खासे आहत हैं. हालांकि सर्दी के मौसम में संगम में पर्याप्त पानी हुआ करता था, लेकिन इन दिनों गर्मी बढ़ने के साथ ही गंगा की जलधारा सूखती जा रही है. संगम आने वाले श्रद्धालुओं ने योगी सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि संगम में पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित करायें.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पटना: गंगा में स्नान करने गये 6 बच्चे बहे, दो को बचाया, 2 के शव मिले, दो लापता
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