-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* हर व्यक्ति के जीवन में अंकों का बड़ा महत्व है... इसकी गणना करने के भी अलग अलग तरीके हैं लेकिन सबसे सही होता है लकी नंबर को लेकर स्वयं का अनुभव!
* इसी तरह हर रंग किसी-न-किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए रंगों के सदुपयोग से शुभत्व की वृद्धि होती है.
* वैसे एक से लेकर नौ तक के अंक अलग-अलग ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं तथा इनमें से कुछ कारक अंक होते हैं, कुछ अकारक और कुछ सम!
* अंकों के अकारकत्व को कम करने के लिए अंकों का जोड़ बेहद उपयोगी है.
* यदि किसी का पांच अंक लकी नंबर है तो वह किसी भी अंक के साथ जोड़ बिठा कर पांच के अंक में बदल सकता है... एक के अंक को पांच में बदलने के लिए चार को, दो को बदलने के लिए तीन को, तीन को बदलने के लिए दो को और चार को बदलने के लिए एक को जोड़ना होगा उसी तरह छह को पांच में बदलने के लिए आठ अंक, सात को बदलने के लिए सात अंक, आठ को बदलने के लिए छह अंक तो नौ को पांच में बदलने के लिए पांच अंक जोड़ना होगा... यह संयोग शुभत्व की वृद्धि करने में सहायक है.
* ऐसे होगा उपयोग... यदि किसी पांच लकी अंक वाले को तीन अंक नहीं जमता है और उसे पीले रंग का शर्ट लेना है तो उसे ऐसा शर्ट लेना चाहिए जिसमें दो अंक का सफेद रंग भी साथ हो अर्थात सफेद धारी वाला पीला शर्ट, पीला-सफेद शर्ट!
* इसी तरह वह गुरु की अंगुली में मोती धारण करके भाग्य वृद्धि कर सकता है!
* कारक ग्रहों के रंगों का उपयोग लाभप्रद है तो अकारक ग्रहों के रंगों से दूरी से अशुभ प्रभाव में कमी होती है.
* हर व्यक्ति के लिए लाभप्रद रंगों की जानकारी जन्म पत्रिका के कारक ग्रहों के सापेक्ष प्राप्त की जा सकती है तो नुकसानदायक रंगों की जानकारी अकारक ग्रहों के सापेक्ष प्राप्त की जा सकती है.
* व्यक्ति अपने अनुभव के आधार पर भी रंगों की जानकारी प्राप्त कर सकता है.
* पारदर्शी रंग संबंधित ग्रहों का प्रभाव बढ़ाते हैं तो अपारदर्शी रंग संबंधित ग्रहों का असर कम करते हैं जैसे लाल रंग का कांच जीवन में मंगल का प्रभाव बढ़ाता है तो घर की बाहरी दीवारों पर लाल रंग मंगल का असर कम करता है!
* प्रमुख रूप से ग्रहों से संबंधित रंग इस प्रकार से हैं...
* सूर्य... ताम्रवर्ण, चन्द्र... सफेद, मंगल... लाल, बुध... हरा, गुरु... पीला, शुक्र... चमकीला सफेद/गुलाबी, शनि... काला, राहु... आसमानी, केतु... धुम्रवर्ण
* इन रंगों के मेल से बनने वाले रंग ग्रहों के संयुक्त प्रभाव को दर्शाते हैं.
- आज का राशिफल -
मेष राशि:- रुका हुआ धन नही मिलेगा. प्रयास सफल रहेंगे. यात्रा में सावधानी रखें. घर-बाहर से सहयोग मिलेगा. लाभ में वृद्धि होगी. किसी आनंदोत्सव भाग लेने का अवसर मिल सकता है. संचित धन में वृद्धि होगी. कर्ज नही चुका पाएंगे. प्रसन्नता रहेगी.
वृष राशि:- नई आर्थिक नीति लागू करने का साहस जुटा पाएंगे. कार्यस्थल पर परिवर्तन होगा. विरोध होगा. वाणी पर नियंत्रण रखें. मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नए अनुबंध हो सकते हैं. मातहतों का सहयोग मिलेगा.
मिथुन राशि:- राजकीय बाधा होगी. किसी प्रभावशाली व्यक्ति से मुलाकात होगी. घर-परिवार की चिंता रहेगी. दूसरों के काम में दखल देने से बचें. व्यवसाय ठीक चलेगा. पार्टनरों से मतभेद कम होंगे. जल्दबाजी न करें.
कर्क राशि:- चोट व दुर्घटना से हानि हो सकती है. विशेषकर स्त्रियां सावधानी से रहें. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. किसी अपने ही व्यक्ति का व्यवहार ठीक नहीं रहेगा. कीमती वस्तुएं संभालकर रखें. दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं. बड़ों के मार्गदर्शन से लाभ होगा.
सिंह राशि:- राजकीय सहयोग प्राप्त होगा. शारीरिक कष्ट संभव है. जल्दबाजी न करें. उत्तेजना पर नियंत्रण रखें. विवेक का प्रयोग करें. पारिवारिक सहयोग समय पर प्राप्त होगा. कार्यसिद्धि होगी. प्रसन्नता रहेगी.
कन्या राशि:- चोट व दुर्घटना आदि से बड़ी हानि हो सकती है. दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं. पुराना रोग बाधा का कारण बन सकता है. अपरिचित लोगों पर विश्वास न करें. व्यवसाय ठीक नही चलेगा. आय बनी रहेगी. परिवार में कोई मांगलिक कार्य की योजना बनेगी. चिंता रहेगी.
तुला राशि:- कानूनी सहायता समय पर प्राप्त होगी. बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति रहेगी. मित्र व संबंधियों का सहयोग प्राप्त होगा. जोखिम न उठाएं. जल्दबाजी से काम बिगड़ सकते हैं. व्यवसाय ठीक नही चलेगा. प्रसन्नता रहेगी.
वृश्चिक राशि:- शोक समाचार मिल सकता है. धैर्य रखें. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. लापरवाही न करें. दौड़धूप अधिक होगी. बनते कामों में बाधा संभव है. प्रयास अधिक करना पड़ेंगे. परिवार में बेवजह कलह हो सकती है. सामंजस्य बैठाएं. व्यवसाय की गति एक दम धीमी रहेगी.
धनु राशि:- मेहनत का फल पूरा-पूरा मिलेगा. सामाजिक पूछ-परख बढ़ेगी. रुके काम पूर्ण होंगे. प्रसन्नता में वृद्धि होगी. परिवार का सहयोग प्राप्त होगा. धनलाभ सहज ही होगा. कार्यकुशलता का विकास होगा. जल्दबाजी से बचें.
मकर राशि:- पुराने भूले-बिसरे मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी. मनोनुकूल सूचना प्राप्ति होगी. विवाद न करें. किसी व्यक्ति का व्यवहार मनोनुकूल नहीं रहेगा. स्वास्थ्य का ध्यान रखें. वरिष्ठ व्यक्तियों की सलाह मानें.
कुम्भ राशि:- रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे. भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी. जोखिम लेने का साहस कर पाएंगे. कोई बड़ी समस्या का हल मिल सकता है. प्रसन्नता रहेगी. आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं. थकान तथा आलस्य रह सकते हैं.
मीन राशि:- अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे. कर्ज लेना पड़ सकता है. पुराना रोग परेशान कर सकता है. वाणी में संयम आवश्यक है. बनते काम बिगड़ सकते हैं. अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं. विवेक से कार्य करें. व्यवसाय ठीक चलेगा. धनार्जन होगा.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- गुरुवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- शुभ पहला- अमृत
दूसरा- रोग दूसरा- चर
तीसरा- उद्वेग तीसरा- रोग
चौथा- चर चौथा- काल
पांचवां- लाभ पांचवां- लाभ
छठा- अमृत छठा- उद्वेग
सातवां- काल सातवां- शुभ
आठवां- शुभ आठवां- अमृत
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- पंचांग-
गुरुवार, 21जुलाई 2022
शक सम्वत1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते6
मास श्रावण
दिन काल13:42:42
तिथि अष्टमी - 08:14:00 तक
नक्षत्र अश्विनी - 14:17:46 तक
करण कौलव - 08:14:00 तक, तैतिल - 20:49:02 तक
पक्ष कृष्ण
योग धृति - 12:19:23 तक
सूर्योदय 05:35:57
सूर्यास्त 19:18:39
चन्द्र राशि मेष
चन्द्रोदय 24:32:00
चन्द्रास्त 13:13:00
ऋतु वर्षा
अभिजित मुहूर्त 11:50 ए एम से 12:43 पी एम
अग्निवास आकाश - 08:11 ए एम तक , पाताल
दिशा शूल दक्षिण
चन्द्र वास पूर्व
राहु वास दक्षिण
सावन में बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन हुआ महंगा, सभी व्यवस्थाओं में 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर जिसने भी गुरु बनाए हैं , वह उनका दर्शन एवं पूजन अवश्य करें
व्रत व पूजन के समय हनुमान जी के लाल पुष्प चढावे और लाल वस्त्र धारण करें
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