पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित चंडालभाटा दमोहनाका में न्यू लाइफ स्पेशिलिटी हास्पिटल में हुए अग्रिकांड को लेकर अब तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है, लोगों का यहां तक कहना है कि अस्पताल मेें आग बुझाने के यंत्रों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, जिसके चलते 8 मरीजों की मौत हुई है. ऐसे में अस्पताल के संचालक सुरेश पटैल, निशिन गुप्ता सहित अन्य पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हो सकता है.
बताया गया है कि चंडालभाटा दमोहनाका स्थित न्यू लाइफ स्पेशिलिटी हास्पिटल में आज दोपहर के वक्त अचानक आग लग गई, जिसे बुझाने के लिए लगाए जाने वाले अग्रिशमन यंत्र की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी, या फिर लगाए गए यंत्रों का उपयोग करने वाले कुशल कर्मचारी नहीं थे, जिसके चलते आग ने कुछ ही देर में विकराल रुप धारण कर लिया, जिसके चलते भरती मरीजों की जान पर बन आई, मरीजों से लेकर कर्मचारियों तक को इतना मौका नहीं मिला कि वे अस्पताल से बाहर निकल सके, अस्पताल को आग ने अपने घेरे में ले लिया था, जिसकी चपेट में आने से 8 मरीजों की जलने से मौत हो गई, हादसे के बाद चीख पुकार मची रही, यहां तक कि आसपास के दुकानदार, राह चलते लोग एकत्र हो गए, मौके पर पहुंची फायर बिग्रेड की गाडिय़ों ने आग बुझाना शुरु कर दिया, जिला व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए थे, हालांकि मरने वालों की अभी तक अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है लेकिन इस घटना को लेकर यह बात जरुर सामने आई है कि कहीं न कहीं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते इतना बड़ा अग्रि हादसा हुआ है, ऐसे में अस्पताल के डायरेक्टर सुरेश पटैल, निशिन गुप्ता सहित अन्य पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हो सकता है, जिन्होने अस्पताल में आपातकालीन सुविधाएं पर्याप्त नहीं रखी जिसके चलते इतना बड़ा अग्रिहादसा हो गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जीएसटी, अग्निपथ व महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा, संसद की कार्रवाई बाधित
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