पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज मंगलवार 20 सितम्बर को बिहार मंत्रिमंडल की बैठक की गई. कैबिनेट की बैठक में 16 एजेंडों पर मुहर लगी. इस कैबिनेट की बैठक में तेजस्वी यादव के स्वास्थ्य विभाग के लिए कई फैसले लिए गए. इस कैबिनेट में स्वास्थ्य विभाग के लिए 7990 पदों का सृजन किया गया. छपरा और समस्तीपुर में नये मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव पास किया गया है. इसके अलावा सदर अस्पतालों में ड्रेसर के पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. छपरा मेडिकल कॉलेज के लिए 423 नये पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.
कैबिनेट की बैठक में बिहार के 35 सदर अस्पतालों में ड्रेसर के अतिरिक्त पदों के सृजन की आवश्यकता को देखते हुए कुल 210 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई हैं. इससे राज्य की आम जनता को स्थानीय स्तर पर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी. राज्य सरकार को ड्रेसर के इन 210 पदों के सृजन से हर साल 7 करोड़ 35 लाख 30160 रुपये का अतिरिक्त व्यय होगा.
समस्तीपुर और छपरा में मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति
नीतीश कुमार की अध्यक्षता वाली इस बैठक में समस्तीपुर में राम जानकी चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल की स्थापना की स्वीकृति दी गई है. इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी. इसके लिए 135 गैर शैक्षणिक पद तथा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के लिए 288 यानी कुल 423 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. अस्पतालों में क्रिटिकल केयर मेडिसिन एवं ब्लड ट्रांसफ्यूजन विभाग का सृजन एवं शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक पदों के सृजन की मंजूरी दी गई है. इस आलोक में 17 सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में 2673 नए पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. इस पर कुल 137 करोड़ 78 लाख रुपए का खर्च आयेगा. राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल छपरा में 100 एमबीबीएस छात्रों के नामांकन की मान्यता के लिए राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानक के अनुरूप शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक पदों के लिए 135 पद तथा अस्पताल के लिए 288 पद यानी कुल 423 नए पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.
बिहार औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला को 23 करोड़ का राज्यांश
बिहार औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला अगम कुआं में विभिन्न कोटि के 39 पदों के सृजन एवं 3 पदों के प्रत्यर्पण के प्रस्ताव पर स्वीकृति दी गई है. औषधि नियंत्रण प्रशासन के क्षेत्रीय कार्यालयों को दूर करने के लिए भारत सरकार द्वारा 34 करोड़ 75 लाख की राशि उपलब्ध कराई गई है. इसके आलोक में राज्य सरकार द्वारा 23 करोड़ का राज्यांश दिया गया है, यानी कुल राशि 57 करोड़ 89 लाख उपलब्ध हैं.
सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय में 3990 फ्लोटिंग पद स्वीकृत
मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य के सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय से पीजी डिप्लोमा उत्तीर्ण छात्रों से बंध पत्र के अधीन 3 वर्षीय अनिवार्य सेवा हेतु 3990 फ्लोटिंग पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है. इससे राज्य के चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों में इन्हें सीनियर रेजिडेंट, ट्विटर एवं अन्य चिकित्सा संस्थान में विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में नामित किया जाएगा. सृजित कुल 3990 पद पर 3 वर्ष के लिए एक तिहाई की संख्या में विभक्त होंगे. पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के मानक के अनुसार गाइनेकोलॉजिकल समेत 10 विभागों का सृजन किया गया है. उनके लिए शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कुल 229 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.
ब्रजकिशोर सदानंद को सेवा से बर्खास्तगी संबंधित दंड को बरकरार
कैबिनेट की बैठक में बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी ब्रजकिशोर सदानंद को सेवा से बर्खास्तगी संबंधित दंड को बरकरार रखा गया है. वित्तीय वर्ष 2022-23 में बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान का गया में नवनिर्मित प्रशिक्षण संस्थान के संचालन के लिए होने वाले व्यय 15 करोड़ की स्वीकृति बिहार आकस्मिकता निधि से दी गई है. व्यवहार न्यायालय गया के अंतर्गत न्यायिक आवासीय परिसर में 20 यूनिट 4 ब्लॉक आवास एवं कम्युनिटी सेंटर के निर्माण के लिए 46 करोड़ 28 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है. इस योजना पर 60 परसेंट केंद्रों एवं 40 परसेंट राज्यांश होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-बिहार: गाज गिरने से 9 की मौत, अररिया में 4, सुपौल-जमुई में 2-2 और सहरसा में 1 की जान गई
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