दुर्गा पूजा यूनेस्को की आईसीएच सूची में शामिल, अब केंद्र सरकार ने गरबा के लिए शुरू किया कैंपेन

दुर्गा पूजा यूनेस्को की आईसीएच सूची में शामिल, अब केंद्र सरकार ने गरबा के लिए शुरू किया कैंपेन

प्रेषित समय :16:29:06 PM / Sat, Sep 24th, 2022

नई दिल्ली/कोलकाता. दुर्गा पूजा को लेकर तैयारियां अब जोरशोर से शुरू हो रही हैं. यह त्योहार दुनिया के सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है. वैसे तो यह त्योहार हर साल भारतीयों के लिए खास होता है, मगर इस साल यह और भी महत्वपूर्ण होने जा रहा है, क्योंकि यूनेस्को ने दुर्गा पूजा को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (आईसीएच) की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया है. यह इसलिए भी अहम हो जाता है, क्योंकि ऐसा होने वाला यह पहला भारतीय त्योहार है.

भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के रूप में सांस्कृतिक और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है. उन्होंने बताया कि भारत को 2022-26 चक्र के लिए अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए यूनेस्को की 2003 कन्वेंशन की अंतर सरकारी समिति के लिए चुना गया है. इस उपलब्धि को हासिल करने के साथ ही अब भारत ने अगले विचार के लिए यूनेस्को को गरबा को लिस्ट में शामिल करने के लिए भेजा है.

सरकार ने दुर्गा पूजा को सूची में शामिल कराने के लिए अहम भूमिका अदा की

मीनाक्षी ने इसमें शामिल लंबी प्रक्रिया का जिक्र भी किया और बताया कि कैसे सरकार ने दुर्गा पूजा को यूनेस्को की इस सूची में सफलतापूर्वक शामिल कराने में अहम भूमिका अदा की. लेखी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय भारत में यूनेस्को की नोडल एजेंसी है, जबकि संस्कृति मंत्रालय यूनेस्को की सूची में शिलालेखों के लिए डोजियर तैयार करने का काम करती है. वहीं, विदेश मंत्रालय यूनेस्को में प्रस्ताव को सफलतापूर्वक पारित कराने के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाता है.

राजनीति से ऊपर उठकर जश्न मनाने के लिए साथ आएं

उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्रालय की संगीत नाटक अकादमी के सहयोग से दुर्गा पूजा के लिए डोजियर तैयार कर यूनेस्को भेजा गया. लेखी ने कहा कि सभी को इन मामलों में राजनीति से ऊपर उठकर यूनेस्को की सूची में दुर्गा पूजा का नाम शामिल होने पर जश्न मनाने राजनीतिक दलगत भावना से ऊपर उठकर आगे आना चाहिए.

कोलकाता में समारोह भी आयोजित

केंद्रीय मंत्री ने दुर्गा पूजा और पूरे त्योहार को धूमधाम और उत्साह से मनाने के तौर पर पंडालों के लिए मूर्तियां बनाने में शामिल कारीगरों के अमूल्य योगदान को भी स्वीकार किया. इस बारे में उनके महान योगदान का जश्न मनाने के लिए संस्कृति मंत्रालय आज 24 सितंबर को कोलकाता के भारतीय संग्रहालय में एक विशेष समारोह भी आयोजित कर रहा है, जहां 30 कारीगरों और कलाकारों के चुनिंदा समूह, जो दुर्गा पूजा समारोह में शामिल होते रहे हैं, को सम्मानित किया जाएगा. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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