जकार्ता: इंडोनेशिया में एक फुटबॉल मैच के दौरान हुई हिंसा के बाद मची भगदड़ में कम से कम 129 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए, रॉयटर्स ने पुलिस के हवाले से बताया. यह घटना शनिवार रात पूर्वी जावा में मलंग रीजेंसी के कंजुरुहान स्टेडियम में इंडोनेशियाई शीर्ष लीग बीआरआई लीगा-1 के एक फुटबॉल मैच के दौरान हुई. पूर्वी जावा प्रांत के पुलिस प्रमुख, निको अफिंटा ने संवाददाताओं को बताया कि अरेमा एफसी और पर्सेबाया सुरबाया के बीच फुटबॉल मैच चल रहा था. हारने वाली टीम अरेमा के समर्थकों ने मैदान में उत्पात मचाना शुरू कर दिया. स्थिति संभालने के लिए पुलिस अधिकारियों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े, जिससे भगदड़ मच गई और दम घुटने के मामले सामने आए.
निको अफिंटा ने एक बयान में कहा, ‘भगदड़ की इस घटना में 129 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 2 पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं. स्टेडियम के अंदर 34 लोगों की मौत हो गई और बाकी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा.’ सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो फुटेज में लोगों को मलंग में स्टेडियम में दौड़ते हुए और बॉडी बैग की तस्वीरें दिखाई दे रही हैं. इंडोनेशिया के फुटबॉल संघ (PSSI) ने शनिवार देर रात एक बयान जारी कर कहा गया, ‘पीएसएसआई कांजुरुहान स्टेडियम में अरेमा समर्थकों की हरकत पर खेद जताता है. हमें दुख है. पीड़ितों के परिवारों और घटना के लिए सभी पक्षों से माफी मांगते हैं. इसके लिए पीएसएसआई ने तुरंत एक जांच दल का गठन किया.
बीआरआई लीगा-1 ने दंगों के बाद एक सप्ताह के लिए सभी मैचों को निलंबित कर दिया है जिसमें कम से कम 129 लोगों की जान गई और 180 घायल हो गए. अरेमा एफसी टीम को इस सीजन के बाकी मैचों के लिए मेजबानी करने से भी प्रतिबंधित कर दिया गया है. लीग का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी पीटी एलआईबी के अध्यक्ष निदेशक अखमद हादियन लुकिता ने कहा, ‘पीएसएसआई के अध्यक्ष से निर्देश मिलने के बाद हमने यह निर्णय लिया है. हम कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करने के लिए ऐसा कर रहे हैं और पीएसएसआई के जांच की प्रतीक्षा कर रहे हैं.’ देश के मुख्य सुरक्षा मंत्री महफूद एमडी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि स्टेडियम अपनी क्षमता से अधिक भर गया था. उन्होंने कहा कि स्टेडियम के लिए 42,000 टिकट जारी किए गए, जिसमें केवल 38,000 लोगों के बैठने की क्षमता है.
इंडोनेशिया में फुटबॉल मैचों के दौरान भगदड़ और तोड़फोड़ का इतिहास रहा है. क्लबों के बीच मजबूत प्रतिद्वंद्विता के कारण कभी-कभी समर्थक हिंसक हो जाते हैं और उत्पात मचाना शुरू कर देते हैं. इंडोनेशिया के खेल मंत्री जैनुद्दीन अमली ने कोम्पास टीवी को बताया कि मंत्रालय फुटबॉल मैचों में सुरक्षा का पुनर्मूल्यांकन करेगा, जिसमें स्टेडियमों में दर्शकों को अनुमति नहीं देने पर विचार करना शामिल है. इंडोनेशिया अगले साल मई और जून में फीफा अंडर -20 विश्व कप की मेजबानी करने वाला है. वह तीन देशों में से एक है, जो अगले साल के एशियाई कप की मेजबानी के लिए प्रयास कर रहे हैं. यह टूर्नामेंट एशिया महाद्वीप में यूरो कप के बराबर है. चीन ने इसकी मेजबान से खुद को बाहर कर लिया था. इससे पहले, अप्रैल 1989 में ब्रिटेन में 96 लिवरपूल समर्थकों की मौत हुई थी, जब शेफील्ड के हिल्सबोरो स्टेडियम में एक दर्शकदीर्घा का ढांचा ढह गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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