शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है...

शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है...

प्रेषित समय :19:42:03 PM / Thu, Oct 6th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* शिवकृपा प्राप्त करने के लिए हर महीने के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत किया जाता है. 
* भोलेनाथ जब प्रसन्न होते हैं तो समस्त दोष समाप्त कर परम प्रसन्नता, परम सुख प्रदान करते हैं! 
* प्रदोष व्रत-पूजा बहुत ही सरल है क्योंकि भोलेनाथ एकमात्र देव हैं जो पवित्र मन से की गई पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं. 
* शिवोपासना में दुर्लभ मंत्र और कीमती पूजा सामग्री की जरूरत नहीं है, सच्चे मन से... नमः: शिवाय का जाप करें और शिवलिंग पर सर्वसुलभ पवित्र जल चढ़ाएं.  
* सुख का अहसास कराता है- शांत मन और दुख का कारण है- अशांत मन, शिवोपासना से तुरंत मानसिक शांति प्राप्त होती है.
* प्रदोष व्रत में दिनभर निराहार रहकर सायंकाल पवित्र स्नान करने के बाद श्वेत वस्त्रों में शांत मन से भगवान शिव का पूजन किया जाता है. 
* जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, प्रदोष व्रत को करने से हर प्रकार के दोष मिट जाते हंै. 
* इस व्रत के प्रमुख देवता शिव हैं इसलिए उनके साथ-साथ शिव परिवार की आराधना विशेष फलदायी मानी जाती है.
* विभिन्न दिनों के प्रदोष व्रत का अलग-अलग महत्व और प्रभाव होता हैै....
* शुक्रवार प्रदोष व्रत से सौभाग्य की वृद्धि होती है.
* शनिवार प्रदोष व्रत से संतान सुख की प्राप्ति होती है.
* रविवार के दिन प्रदोष व्रत हमेशा स्वस्थ रखता है.
* सोमवार के दिन प्रदोष व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
* मंगलवार को प्रदोष व्रत रखने से ऋण-रोग से मुक्ति मिलती है.
* बुधवार के दिन यह व्रत करने सर्व कामना सिद्धि होती है.
* बृहस्पतिवार के प्रदोष व्रत से शत्रुओं का नाश होता है.
कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्.
सदावसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं नमामि।।
भावार्थ...  https://www.youtube.com/watch?v=G4Hk3q5VVbw

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