चंडीगढ़. पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के दिशा-निर्देशों पर समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध शुरु की जंग के हिस्से के तौर पर, पुलिस ने ड्रोन आधारित हथियारों/ गोला-बारूद की तस्करी करने वाले माड्यूल के तीन अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से अत्याधुनिक हथियारों और गोला-बारूद का नया जख़़ीरा भी बरामद किया है.
यह जानकारी देते हुए पुलिस के डायरेक्टर जनरल (डीजीपी) गौरव यादव ने शनिवार को बताया कि अब तक इस मॉड्यूल के कुल पांच मैंबरों को गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान सुरिन्दर सिंह निवासी गांव बरवाला जिला तरन तारन, हरचन्द सिंह और गुरसाहिब सिंह दोनों निवासी वलटोहा जिला अमृतसर के तौर पर हुई है. पुलिस ने इनके कब्ज़े में से 1.01 करोड़ रुपए की नकदी, 500 ग्राम हेरोइन, 17 पिस्तौल समेत 400 जिंदा कारतूस, एक एमपी- 4 राइफल समेत 300 जिंदा कारतूस, दो भार तोलने वाली मशीनें और दो नोट गिनने वाली मशीनें बरामद की हैं.
इससे पहले बुधवार को काउन्टर इंटेलिजेंस अमृतसर की पुलिस टीम ने इस मॉडयूल के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया था, जिसमें एक कैदी जसकरन सिंह और उसके साथी रतनबीर सिंह के तौर पर पहचान की गई थी. उनकी तरफ से बताए टिकानों से कुल 10 विदेशी पिस्तौल बरामद किये गए थे और अब पिस्तौलों की बरामदगी की कुल संख्या 27 तक पहुंच गई है.
इस सम्बन्ध में और जानकारी देते हुए डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि जांच के दौरान जसकरन सिंह और रतनबीर सिंह से यह बात सामने आई है कि उनके साथी सुरिन्दर ने पाकिस्तान से ड्रोनों की मदद से आए हथियारों/गोला-बारूद की खेप पकड़ी थी. इस जानकारी पर आधारित कार्यवाही करते हुए पुलिस ने शुक्रवार को सुरिन्दर को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्ज़े में से 10 पिस्तौलों के साथ छह मैगजीनें और 100 जिंदा कारतूस बरामद किये.
उन्होंने बताया कि जांच के बाद पता लगा है कि सुरिन्दर जसकरन सिंह के निर्देशों पर रतनबीर से खेप उठा कर दो भाइयों हरचंद और गुरसाहिब तक पहुंचाता था, पुलिस टीमों ने उन दोनों को भी काबू कर लिया है. पुलिस ने उन दोनों के कब्ज़े में से 7 पिस्तौल, एक एम. पी. – 4 राइफल और 500 ग्राम हेरोइन के इलावा 1.01 करोड़ रुपए की नकदी, भार तोलने वाली मशीन और करेंसी गिनने की मशीनों समेत बकाया खेप बरामद की है.
डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान से आईं अन्य खेपों का पता लगाने के लिए आगे जांच की जा रही है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किसी अन्य अनजाने व्यक्तियों को खेप तो नहीं दी गई.
ए. आई. जी. काउंटर इंटेलिजेंस अमृतसर अमरजीत सिंह बाजवा ने बताया कि पूछताछ के दौरान मुलजिम जसकरन ने कबूला कि वह आसिफ नाम के पाकिस्तानी तस्कर के संपर्क में था, जो ड्रोन के द्वारा पाकिस्तान से नशीले पदार्थों और हथियारों की खेप पहुंचाता था और रतनबीर उसके निर्देशों पर उक्त खेप को प्राप्त करता था. जि़क्र योग्य है कि पुलिस थाना एस. एस. ओ. सी. अमृतसर में हथियार एक्ट की धारा के 25 अधीन एफआईआर नंबर 30 तारीख़ 04. 10. 2022 के अंतर्गत पहले ही मामला दर्ज किया गया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रेप और जबरन वसूली के आरोप के बाद पंजाब पुलिस के एआईजी आशीष कपूरी गिरफ्तार
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