PANCHANG: आज का दिनः शनिवार, 15 अक्टूबर 2022, हनुमानजी के भक्तों को कभी परेशान नहीं करते हैं- शनिदेव!

PANCHANG: आज का दिनः शनिवार, 15 अक्टूबर 2022, हनुमानजी के भक्तों को कभी परेशान नहीं करते हैं- शनिदेव!

प्रेषित समय :21:04:50 PM / Fri, Oct 14th, 2022

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* शनि की तीन स्थितियां है- कारक, अकारक और सम!
* जीवन में शनि अकारक है तो सहकर्मियों का सहयोग नहीं मिलता है, घर क्षतिग्रस्त हो जाता है, शुभ कार्य धीमी गति से होते हैं, शरीर के विविध अंगों के बाल झड़ने लगते हैं आदि.
* अकारक शनि होने पर शनि से संबंधित वस्तुओं... लोहा, काली उड़द, कोयला, तिल, जौ, काले वस्त्र, चमड़ा, काला सरसों आदि का यथाशक्ति दान करना चाहिए.
* शनिदेव, राम भक्त हनुमान के भक्तों को कभी परेशान नहीं करते हैं इसलिए शनि द्वारा प्रदत्त परेशानियों से राहत के लिए नियमित रूप से महावीर हनुमान की पूजा-अर्चना करें!
॥ आरती श्री हनुमानजी ॥
आरती कीजै हनुमान लला की.दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे.रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई.सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
दे बीरा रघुनाथ पठाए.लंका जारि सिया सुधि लाए॥
लंका सो कोट समुद्र-सी खाई.जात पवनसुत बार न लाई॥
लंका जारि असुर संहारे.सियारामजी के काज सवारे॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे.आनि संजीवन प्राण उबारे॥
पैठि पाताल तोरि जम-कारे.अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाएं भुजा असुरदल मारे.दाहिने भुजा संतजन तारे॥
सुर नर मुनि आरती उतारें.जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई.आरती करत अंजना माई॥
जो हनुमानजी की आरती गावे.बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥

- आज का राशिफल -
मेष राशि:- (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण होंगे. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है. आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी. निवेश शुभ रहेगा. नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा. आय में वृद्धि होगी. समय की अनुकूलता मिलेगी. आलस्य हावी रहेगा. घर में सुख-शांति रहेगी. लाभ होगा.

वृष राशि:- (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

भूमि व भवन की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी. उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे. कुसंगति से बचें. कारोबार में वृद्धि होगी. निवेशादि शुभ रहेंगे. रोजगार में वृद्धि होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. किसी बड़े काम में हाथ डाल पाएंगे.

मिथुन:- (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा. प्रसन्नता तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे. कारोबार लाभदायक रहेगा. भाइयों से सहयोग मिलेगा. कुसंगति से हानि होगी. नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी. जल्दबाजी न करें. जोखिम व जमानत के कार्य बि‍लकुल न करें.

कर्क:- (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

बुरी खबर प्राप्त हो सकती है. मेहनत अधिक होगी. लाभ के अवसर टलेंगे. समय पर बाहर से धन नहीं मिलने से निराशा रहेगी. हल्की हंसी-मजाक करने से बचें. नौकरी में अधिकारी अधिक की अपेक्षा करेंगे. मातहतों का साथ नहीं मिलेगा. थकान रहेगी. व्यवसाय-व्यापार से मनोनुकूल लाभ होगा.

सिंह राशि:- (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी. घर-बाहर पूछ-परख रहेगी. व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा. धन प्राप्ति सु्गम होगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. नौकरी में सभी काम समय पर होने से प्रशंसा प्राप्त होगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. पारिवारिक चिंताओं में कमी होगी. प्रमाद न करें.

कन्या राशि:- (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

पुराने साथियों तथा रिश्तेदारों से मुलाकात सुखद रहेगी. अच्‍छे समाचार प्राप्त होंगे. मान बढ़ेगा. किसी नए उपक्रम को प्रारंभ करने पर विचार होगा. लंबी यात्रा की इच्छा रहेगी. व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. जल्दबाजी न करें.

तुला राशि:- (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा. परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी. यात्रा मनोनुकूल लाभ देगी. नए काम मिल सकते हैं. कार्य से संतुष्टि रहेगी. प्रसन्नता तथा उत्साह का वातावरण बनेगा. कारोबार लाभदायक रहेगा. निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे. जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें. प्रमाद से बचें.

वृश्चिक राशि:- (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

फालतू खर्च होगा. शत्रुओं से सावधानी आवश्यक है. स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा. कोई भी निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें. वाणी पर नियंत्रण रखें. काम में मन नहीं लगेगा. व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा. आय में निश्चितता रहेगी. परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी. इच्‍छाशक्ति प्रबल करें.

धनु राशि:- (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)

डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है. यात्रा मनोनुकूल रहेगी. नए काम हाथ में आएंगे. कारोबारी वृद्धि से प्रसन्नता रहेगी. समय की अनुकूलता का लाभ लें. मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. अज्ञात भय रहेगा. पारिवारिक सहयोग से प्रसन्नता रहेगी. जल्दबाजी न करें.

मकर राशि:- (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

योजना फलीभूत होगी. कार्यपद्धति में सुधार होगा. कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी. मेहनत सफल रहेगी. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. मान-सम्मान मिलेगा. कारोबार मनोनुकूल लाभ देगा. शेयर मार्केट में जल्दबाजी से बचें. विवेक का प्रयोग करें. भाग्य का साथ मिलेगा. वरिष्ठ व्यक्तियों का मार्गदर्शन मिलेगा.

कुम्भ राशि:- (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

अध्यात्म में रुचि रहेगी. किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का मौका हाथ आएगा. सुख-शांति बने रहेंगे. कारोबार मनोनुकूल चलेगा. मित्रों का सहयोग लाभ में वृद्धि करेगा. लंबित कार्य पूर्ण होंगे. निवेश शुभ रहेगा. प्रसन्नता का वातावरण रहेगा. जोखिम व जमानत के कार्य टालें. प्रमाद न करें.

मीन राशि:- (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
अज्ञात भय रहेगा. अनहोनी की आशंका रहेगी. वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें. वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें. किसी भी व्यक्ति के उकसाने में न आएं. कारोबार से लाभ होगा. निवेश में जल्दबाजी न करें. आय बनी रहेगी. थकान व कमजोरी रह सकती है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453 
*यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
 शनिवार का चौघडिय़ा 
दिन का चौघडिय़ा       रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- काल              पहला- लाभ
दूसरा- शुभ              दूसरा- उद्वेग
तीसरा- रोग              तीसरा- शुभ
चौथा- उद्वेग             चौथा- अमृ
पांचवां- चर               पांचवां- चर
छठा- लाभ                छठा- रोग
सातवां- अमृत            सातवां- काल
आठवां- काल             आठवां- लाभ
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है 
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है! 
पंचांग 
शनिवार, 15 अक्टूबर 2022
शक सम्वत1944   शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते29
मास कार्तिक
दिन काल11:30:31
तिथि षष्ठी - पूर्ण रात्रि तक
नक्षत्र मृगशिरा - 23:22:25 तक
करण गर - 17:57:48 तक
पक्ष कृष्ण
योग वरियान - 14:23:07 तक
सूर्योदय 06:21:33
सूर्यास्त 17:52:04
चन्द्र राशि वृषभ - 10:02:02 तक
चन्द्रोदय 21:38:59
चन्द्रास्त 11:26:00
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:33 ए एम से 12:19 पी एम
अग्निवास आकाश
दिशा शूल पूर्व
चन्द्र वास दक्षिण - 10:02 ए एम तक
पश्चिम - 10:02 ए एम से पूर्ण रात्रि तक
राहु वास पूर्व

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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