- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* दीपावली के पहले आनेवाली एकादशी देवी लक्ष्मी के नाम पर- रमा एकादशी कहलाती है.
* एकादशी का व्रत भगवान श्रीविष्णु के शुभ आशीर्वाद के लिए किया जाता है.
* रमा एकादशी दिन भगवान श्रीविष्णु के पूर्णावतार श्रीकृष्ण के केशव स्वरूप की पूजा-अर्चना करते हैं.
* भगवान केशव का पूजन कर, नैवेद्य अर्पित कर, आरती कर, प्रसाद वितरण करते हैं.
* इस एकादशी का व्रत करने से जीवन में श्रेष्ठ भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है.
* रमा एकादशी की अनेक कथाएं है जिनका उद्देश्य इस एकादशी का महत्व दर्शाना है इसलिए स्थानीय स्तर पर प्रचलित कथा सुने लेकिन मूल कर्म- व्रत और सच्चे मन से श्रीविष्णु आराधना है!
-आज का राशिफल -
मेष राशि:- अपनी आदतों के कारण आप ने अपनों से दूरियाँ बना ली हैं. समय रहते अपने स्वभाव और व्यवहार को बदलें तो अच्छा होगा वर्ना जीवन भर पछतावा रहेगा. आर्थिक स्थिति में पहले से सुधार होगा . नये संपर्क स्थापित होंगे पुराने छूट जायेंगे. पढ़ाई व परीक्षा मनोनुकूल, स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
वृष राशि:- पारिवारिक लोगो से सम्बन्ध मधुर होंगे. कार्यस्थल पर किसी से आकर्षित होंगे. भाग्योदय संभव है. जो भी काम करे पुरे आत्मविश्वास के साथ और आनंद से करे. निश्चित सफल होंगे.
मिथुन राशि:- नए व्यापार की शुरुवात अनुकूल होगी. कान संबंधित पीड़ा हो सकती है. अनावश्यक विवादों में न बोले नुक्सान हो सकता है. नोकरी में बदलाव के योग है. राजनीति से जुड़े लोग मनचाही सफकता पा सकते है.
कर्क राशि:- आर्थिक मामले सुलझने की उमीद है. जिन लोगो की आप ने मदद की थी वही आप का विरोध करेंगे. रूचि अनुसार काम मिलने से मन प्रसन्न रहेगा. सुख सुविधा पर खर्च संभव हे. मानसिक अस्थिरता रहेगी.
सिंह राशि:- वैचारिक मतभेद दूर होंगे. किसी को अपने मन की बात बताने का मोका मिलेगा. कारोबार में नये सौदे लाभप्रद रहेंगे. रुके कार्य पुरे होने में अभी समय लग सकता है. मांगलिक खर्च संभव है.
कन्या राशि:- बीती बातों को भुला कर अपने रिस्तों की नई शुरुवात करें. आप की उन्नती से विरोधी को तकलीफ हो सकती है. राजनीति के चलते शत्रु आप को नुकसान पहुचाने का हर संभव प्रयास करेंगे.
तुला राशि:- सामाजिक वर्चस्व में वृद्धि होगी. मन में किसी बात को ले कर दुविधा है उसी के कारण आप तनाव महसूस कर रहे है. उधार दिया पैसा आने में संदेह है. मित्र आप के कार्यो में साहयक होंगे. यात्रा सुखद होगी.
वृश्चिक राशि:- कार्यस्थल पर सहकर्मी आप की सफलता से इर्ष्या करेंगे. कार्यो में हो रही देरी से चिंतित होंगे. कारोबार में नई तकनिकी का प्रयोग लाभान्वित करेगा. बहनों से झगडा हो सकता है. धन आगमन में हो रही रुकावट दूर होगी.
धनु राशि:- धार्मिक माहोल में समय व्यतीत होगा. धनार्जन के नये स्त्रोत स्थापित होंगे. माता बके स्वास्थ की चिंता रहेगी. पारिवारिक मांगलिक आयोजनों की रुपरेखा बनेगी. दोस्तों के साथ किसी जरूरी मसले पर चर्चा होगी.
मकर राशि:- रुके कार्य और योजनाओं को क्रियाशील करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. बिमारी के कारण तनाव पैदा होगा पर घबराय नहीं अपने इष्ट पर भरोसा रखे. सब अनुकूल होगा. जीवन साथी का साथ मिलेगा.
कुम्भ राशि:- नई योजनाओ में पूंजी निवेश सोच समझ कर करें. पुराने विवाद से युक्त जमीन जायदाद के मसले लंबित होंगे. शत्रु परास्त होंगे. नए संपर्क आप को ख्याती दिलवा सकते है. कारबार विस्तार के योग है.
मीन राशि:- नया काम शुरू करने से पहले अनुभवियो और बडो से मार्ग दर्शन सलाह लेवे. पूंजी निवेश करने में सतर्क रहे. किसी की बातो में जल्द फस जाते है खुद को परिपक्व करे. अध्यन के लिए कर्ज लेना पड़ सकता है.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.
- शुक्रवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- चर पहला- रोग
दूसरा- लाभ दूसरा- काल
तीसरा- अमृत तीसरा- लाभ
चौथा- काल चौथा- उद्वेग
पांचवां- शुभ पांचवां- शुभ
छठा- रोग छठा- अमृत
सातवां- उद्वेग सातवां- चर
आठवां- चर आठवां- रोग
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय पंरपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
पंचांग
शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2022
रमा एकादशी
शक सम्वत1944 शुभकृत
विक्रम सम्वत2079
काली सम्वत5123
प्रविष्टे / गत्ते5
मास कार्तिक
दिन काल11:20:44
तिथि एकादशी - 17:25:21 तक
नक्षत्र मघा - 12:29:12 तक
करण बालव - 17:25:21 तक, कौलव - 29:50:08 तक
पक्ष कृष्ण
योग शुक्ल - 17:46:10 तक
सूर्योदय06:25:16
सूर्यास्त17:46:00
चन्द्र राशि सिंह
चन्द्रोदय 27:10:00
चन्द्रास्त 15:39:00
ऋतु शरद
अभिजित मुहूर्त 11:32 ए एम से 12:18 पी एम
अग्निवास आकाश - 05:22 पी एम तक,पाताल
दिशा शूल पश्चिम
चन्द्र वास पूर्व
राहु वास दक्षिण-पूर्व
इंदिरा (पितर) एकादशी का व्रत 21 सितंबर 2022 को रखा जाएगा
परिवर्तिनी एकादशी या पार्श्व एकादशी मंगलवार, 6 सितम्बर 2022 को
पुत्रदा एकादशी माहात्म्य सुनकर मनुष्य पापों से मुक्त हो जाता
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