इस्लामाबाद. कोर्ट-कचहरी में वैसे तो इंसानों की पेशी होती है. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि जानवर को भी जज साहब के सामने पेश किया जाता है. जी हां ऐसा पाकिस्तान में हुआ है. एक अजीबोगरीब घटना में लकड़ी की तस्करी से जुड़े एक मामले में चित्राल में एक सहायक आयुक्त के सामने पांच गधों को पेश किया गया. जियो न्यूज के मुताबिक गधों को पहले पुलिस ने हिरासत में लिया था और बाद में चित्राल के द्रोश इलाके में लकड़ी की तस्करी में शामिल होने के आरोप में सहायक आयुक्त तौसीफुल्ला की अदालत में पेश किया गया.
लकड़ी तस्करी मामले में सहायक आयुक्त ने इन पांचों गधों को संपत्ति के तौर पर तलब किया था. संतोषजनक निरीक्षण के बाद गधे और लकड़ी के स्लीपर को वन विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया. सहायक आयुक्त ने कहा कि ये गधे सुरक्षित हैं और इन्हें किसी के हवाले नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि अब गधों का इस्तेमाल तस्करी में नहीं किया जा रहा है. अदालत संतुष्ट थी कि गधे संबंधित अधिकारियों की हिरासत में हैं. असल में गधों पर लकड़ी के एक-दो टुकड़े बांधे जाते हैं.
लकड़ी पहुंचाते थे गधे
दिलचस्प बात यह है कि ये गधे बेहद होशियार थे, क्योंकि वे अपने दम पर सही स्थान पर लकड़ी की तस्करी करते थे. इससे पहले सितंबर में, वन विभाग के एक कर्मचारी ओमर शाह और उसके साथी इमरान शाह (चेक-पोस्ट गार्ड) को मखनियाल क्षेत्र में जंगल से मूल्यवान लकड़ी की तस्करी करते हुए गिरफ्तार किया गया था. बाद में उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. ओमर शाह मखनियाल क्षेत्र के हरिपुर में लंबे समय से देवदार और जीनस एबीज (चीयर) के पेड़ों की कीमती लकड़ी चोरी और बाद में बेच रहा था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-स्पेन ने किया 21 भारतीय पहलवानों का वीजा खारिज, विश्व चैंपियनशिप में नहीं ले पाएंगे भाग
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