नई दिल्ली/जबलपुर. इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 के विरोध व निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों ने 23 नवंबर को दिल्ली में विशाल प्रदर्शन किया. जिसमें मध्य प्रदेश के जबलपुर सहित सभी क्षेत्रों से सैकड़ों अभियंता एवं बिजली कर्मी शामिल हुए. इस प्रदर्शन में देश भर से पहुंचे विद्युत अभियंताओं ने हुंकार भरते हुए कहा कि किसी भी कीमत में बिल को मंजूर नहीं किया जाएगा, जिसके लिए आर-पार के संघर्ष से भी पीछे नहीं हटेंगे.
मध्य प्रदेश विद्युत मंडल अभियंता संघ के महासचिव विकास कुमार शुक्ला ने कहा है ए. आई .पी. एफ. (अखिल भारतीय अभियंता संघ) के आह्वान पर 23 नवंबर सुबह 10:00 बजे जंतर मंतर में मध्य प्रदेश से तमाम विद्युत कर्मी दिल्ली पहुंचकर देशव्यापी प्रदर्शन में शामिल हुए , साथ ही मध्यप्रदेश के अनेक संगठनों से हजारों विद्युत कर्मी शामिल होकर प्रदर्शन को सफल बनाया.
मध्य प्रदेश से हितेश तिवारी, इमरान खान, सुरेश त्रिवेदी, सुधीर द्विवेदी, जितेंद्र तिवारी, नरेंद्र चंदेल, वेदनाथ भट्टाचार्य, नरेंद्र पन्द्रे, रितेश जैन, अरुण सहारे सहित अभियंता संघ पदाधिकारियों के नेतृत्व में सैकड़ों अभियंता व बिजली कर्मचारी पहुंचे. इस विशाल प्रदर्शन में एआइपीएफ के शैलेंद्र दुबे ने कहा कि जिस दिन यह बिल संसद में पेश होगा उस दिन पूरे देश के विद्युत क्षेत्र के कर्मचारी हड़ताल में चले जाएंगे.
दिल्ली के जंतर मंतर की इस ऐतिहासिक रैली में शामिल होकर मध्यप्रदेश के अभियंता एवं विद्युत कर्मियों ने इस यज्ञ में अपनी आहुति दी. जंतर मंतर की ऐतिहासिक रैली में विद्युत कर्मियों का उमड़ा जनसैलाब या प्रदर्शित करता है कि विद्युत कर्मी अब जाग गए हैं. देश के कोने-कोने से आए विद्युत कर्मियों ने आगाह किया है कि अन्याय के खिलाफ विद्युत कर्मी चुप नहीं बैठेंगे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-हाईकोर्ट ने दिल्ली लिकर केस की रिर्पोटिंग के संबंध में टीवी चैनलों को दिया ये निर्देश
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