नई दिल्ली. देश के ओलंपिक गेम्स में मेडल जीतने वाली मीराबाई चानू ने एक बार फिर से देश को गौरवान्वित किया है. वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में चानू ने देश के सिल्वर मेडल जीता है. यह जीत इसलिए भी खास है, क्योंकि मीराबाई चानू की कलाई में चोट लगी थी, इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया. चानू ने कुल 200 किलो वजन उठाया. उन्होंने स्नैच में 87 किलो और क्लीन एंड जर्क मों 113 किलोग्राम का वजन उठाया और देश को मेडल दिलाया.
चीन की वेटलिफ्टर जियांग हुईहुआ ने कुल 206 किलो वजन उठाया और गोल्ड मेडल जीता. जबकि चीन की ही ओलंपिक चैंपियन होउ झिउआ तीसरे स्थान पर रहीं और कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा. मीराबाई चानू के कोच ने कहा कि हम इस टूर्नामेंट के लिए कोई दबाव नहीं ले रहे थे. यह वह वजन है जिसे मीरा हमेशा उठाती हैं. अब से हम वजन बढ़ाना और सुधार करना शुरू करेंगे. हम चोट को लेकर भी कुछ नहीं कर सकते लेकिन विश्व चैंपियनशिप नहीं छोडऩा चाहते थे. अगले टूर्नामेंट के लिए अभी काफी समय है और हम उनकी कलाई पर ध्यान देंगे.
इस प्रतियोगिता में कुल 11 खिलाड़ी शामिल थे, लेकिन ज्यादातर खिलाडिय़ों ने ज्यादा जोर नहीं लगाया और चोट से बचने की कोशिश की. कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतने के बाद मीराबाई चानू पहली प्रतियोगिता में शामिल हुईं. चानू ने 84 किलोग्राम भार उठाने के साथ शुरुआत की लेकिन 87 किलोग्राम भार उठाने के उनके दूसरे प्रयास को असफल माना गया. यही वजह रही कि उन्होंने ज्यादा वजन उठाने की कोशिश नहीं की. यह मीराबाई चानू का दूसरा विश्व चैंपियनशिप मेडल है. इससे पहले 2017 में उन्होंने देश के लिए गोल्ड मेडल जीता था. 2022 का विश्व चैंपियनशिप पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग इवेंट है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मेरठ के एक खेत में टुकड़ों में मिला दिल्ली से लापता हुए मासूम का शव, आरोपी गिरफ्तार
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