रेलवे अस्पताल में दवाइयों एवं डॉक्टरों की कमी के कारण कर्मचारी परेशान, WCREU ने CMS से की मुलाकात, जताई आपत्ति

रेलवे अस्पताल में दवाइयों एवं डॉक्टरों की कमी के कारण कर्मचारी परेशान, WCREU ने CMS से की मुलाकात, जताई आपत्ति

प्रेषित समय :18:18:37 PM / Mon, Jan 2nd, 2023

गंगापुर सिटी. रेलवे अस्पताल में दवाइयों की भारी कमी एवं डॉक्टरों की कमी के कारण रेल कर्मचारियों, सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों व उनके परिजनों को हो रही परेशानी को देखते हुए आज (सोमवार 2 जनवरी) वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन(डबलूसीआरईयू) के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन मंडल सह सचिव श्री प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर सतवीर सिंह डूडी से मुलाकात की एवं समस्या का शीघ्र निराकरण करने को कहा.

यूनियन के नेताओं ने बताया कि रेलवे अस्पताल में साप्ताहिक रूप से कोटा से नेत्र रोग विशेषज्ञ व अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक आया करते थे. कई महीनों से यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों का आना बंद हो गया है, जिसके कारण कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कर्मचारियों के होने वाले आवधिक मेडिकल जांच के लिए भी कोटा जाना पड़ता है, वहीं आंखों की व अन्य दूसरी बीमारियों के लिए प्राइवेट चिकित्सालय की शरण लेनी पड़ती है. इस बारे में यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुषमा भटनागर से फोन पर बातचीत कर गंगापुर रेलवे चिकित्सालय में नेत्र चिकित्सक एवं अन्य दूसरे विशेषज्ञ चिकित्सकों को पूर्व की भांति नियमित रूप से भेजने की मांग की. इसी प्रकार रेलवे अस्पताल में दवाइयों का भारी टोटा है. सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारी एवं नियमित कर्मचारियों और उनके परिवार जनों को दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

उल्लेखनीय है कि मुख्यालय एवं कोटा मंडल से दवाइयों की आपूर्ति की व्यवस्था बुरी तरह गड़बड़ा गई है इस कारण यह परेशानी हो रही है यूनियन के पदाधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है. यूनियन के नेताओं ने इस अवसर पर स्थानीय निजी चिकित्सालय में रेल कर्मचारियों को इलाज हेतु अनुबंध करने की भी मांग की गई.

कुछ समय पूर्व सीपी हॉस्पिटल से एवं रिया हॉस्पिटल से रेलवे का अनुबंध था, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से यह अनुबंध समाप्त होने की कगार पर है एवं रेलवे कर्मचारियों को वहां रेफर करना भी बंद कर दिया गया है, इससे भी कर्मचारियों को परेशानी हो रही है. छोटी-छोटी बीमारियों के लिए कर्मचारियों को कोटा और जयपुर जाना पड़ रहा है. यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि रेल प्रशासन ने यदि इन व्यवस्थाओं को शीघ्र नहीं सुधारा तो यूनियन को आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. अवसर पर यूनियन के सहायक मंडल मंत्री श्री प्रकाश शर्मा, लोको शाखा के सचिव राजेश चाहर, केरीज शाखा अध्यक्ष गजानंद शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष शरीफ मोहम्मद, उपाध्यक्ष नेम जी मीणा, अशोक कुमार, पी पी अग्रवाल आदि पदाधिकारी उपस्थित थे.
 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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