महाशिवरात्रि, सोमवती अमावस्या सहित फरवरी माह में पड़ रहे हैं ये व्रत-त्योहार

महाशिवरात्रि, सोमवती अमावस्या सहित फरवरी माह में पड़ रहे हैं ये व्रत-त्योहार

प्रेषित समय :21:24:51 PM / Wed, Feb 1st, 2023

 * हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल का दूसरा माह फरवरी काफी खास है. क्योंकि इस माह महाशिवरात्रि जया एकादशी होलाष्टक माघ पूर्णिमा सोमवती अमावस्या जैसे व्रत त्योहार पड़ रहे हैं. जानिए फरवरी माह में पड़ने वाले सभी व्रत त्योहारों के बारे में.

 * साल के दूसरे महीने फरवरी  माह में काफी खास माना जाता है. क्योंकि इस मास कई बड़े व्रत त्योहार पड़ रहे हैं. पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि के साथ फरवरी माह की शुरुआत हो रही है और फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष नवमी तिथि के साथ समाप्त हो रहा है. इस माह माघ पूर्णिमा, महाशिवरात्रि, जया एकादशी जैसे कई बड़े व्रत त्योहार पड़ रहे हैं.

 * फरवरी 2023 के व्रत-त्योहार
 * 2 फरवरी 2023, गुरुवार- गुरु प्रदोष व्रत
 * 5 फरवरी 2023, रविवार- गुरु रविदास जयंती, ललिता जयंती
 * 5 फरवरी 2023 रविवार- माघ पूर्णिमा व्रत
 * 6 फरवरी 2023, सोमवार- फाल्गुन मास आरंभ
 * 9 फरवरी 2023, गुरुवार- द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
 * 12 फरवरी 2023, रविवार- यशोदा जयंती 
 * 13 फरवरी 2023, सोमवार-शबरी जयंती, कालाष्टमी, कुंभ संक्रांति 
 * 14 फरवरी 2023, मंगलवार-जानकी जयंती
 * 17 फरवरी 2023 शुक्रवार- विजया एकादशी
 * 18 फरवरी 2023 शनिवार- महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
 * 20 फरवरी 2023 सोमवार- फाल्गुन अमावस्या, सोमवती अमावस्या
 * 21 फरवरी, मंगलवार- फुलैरा दूज 
 * 23 फरवरी 2023, गुरुवार- विनायक चतुर्थी
 * 25 फरवरी, शनिवार- स्कंद षष्ठी
 * 27 फरवरी 2023 सोमवार- होलाष्टक, मासिक दुर्गाष्टमी, रोहिणी व्रत
 * माघ पूर्णिमा व्रत
* माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को माघ पूर्णिमा, माघी पूर्णिमा जैसे नामों से जाना जाता है. इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने के अलावा दान करना शुभ माना जाता है.माना जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु गंगा में निवास करते हैं. इसलिए इस दिन गंगा स्नान करने से सभी पापों, रोगों से मुक्ति मिल जाती है._*
 * महाशिवरात्रि 2023
*_फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि पड़ रही है. इसे महाशिवरात्रि कहा जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन मां पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ था. इसी के कारण इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है.

Astro nirmal

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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