शालिग्राम भगवान विष्णु के प्रतिक माना जाता है!

शालिग्राम भगवान विष्णु के प्रतिक माना जाता है!

प्रेषित समय :20:44:22 PM / Sun, Feb 12th, 2023

जैसे भगवान शिव को शिवलिंग के रुप मे पूजन किया जाता है उसी  तरह भगवान शालिग्राम को भगवान विष्णु के रुप मे पूजा किया जाता है !शालिग्राम जी नेपाल के मुक्तिनाथ ,काली गण्डकी नदी के तट पर पाया जाता है ! खासकर शालिग्राम काले रंग के पत्थर मूर्ति के रुप मे ही  मिल जाता है लेकिन सफेद,नीले  और ज्योति वाला शालिग्राम भी मिल जाता है और वो काले कि तर कुछ दुर्लभ भी होता है ! सम्पूर्ण शालिग्राम मे मनोरम भगवान विष्णु के चक्र भी होती है और यदि  चक्रपूरे  गोल हुआ और पूरा  भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र से मिला हो तो उसे सुदर्शन चक्र के संज्ञा भी दिया जाता है ! किसी भी चक्र यदि पूरा और थोडा शालिग्राम में  हो तो उसे बहुत अच्छा माना जाता है !
शालिग्राम खासकर सम्पूर्ण हिन्दु वैष्णव भक्तो के घर मे और विष्णु भगवान,कृष्ण भगवान के मन्दिर मे प्राण प्रतिष्ठा सहित दैनिक पूजा  किया जाता है !शालिग्राम पूजा  के समय यदि  किसी ने  भगवान शालिग्रमा शिला(मूर्ति) को तुलसी के पत्ते चढाय तो भगवान नारायण(बिष्णु) शीघ्र ही ख़ुश होते है ! कोटि देवी देवता।।
शालिग्राम भगवान विष्णु के सम्पूर्ण अवतार मे होता है जैसे येदि शालिग्राम गोल मे हुआ  तो उस शालिग्राम  भगवान विष्णु के नाम गोपाल और कृष्ण शालिग्राम से जाना जाता है ! यदि  
शालिग्राम मछली के आकार मे मिला गए तो उसे मत्स्य शालिग्राम कहाँ जाता है! यदि शालिग्राम कछुवा के आकार मे मिला जाता है तो भगवान विष्णु के कछुवा रुप कुर्म अवतार को जाना जाता है इसलिए ये कुर्म शालिग्राम कछुवा के आकृति से मिल जाता है ! ऐसे ही शालिग्राम विभिन्न भगवान विष्णु(कृष्ण) के रुप और नाम मे होता है ! कुछ विभिन्न शालिग्राम के नाम नीचे दिया है !
विभिन्न शालिग्राम के नाम प्रकार - भगवान श्रीमन नारायण के नाम
१ – श्री विष्णु शालिग्राम
२ – जनार्धना शालिग्राम
३ – पढ़मनाभा शालिग्राम
४ – प्रजपथी शालिग्राम
५ – चक्रधर शालिग्राम
६ -त्रिविक्रमा शालिग्राम
७ – नारायण शालिग्राम
८ – श्रीधर शालिग्राम
९ – गोविन्द शालिग्राम
१० – मधु सूधना शालिग्राम
११ – नारासिम्हा शालिग्राम
१२ – जलासयिना शालिग्राम
१३ – वराह शालिग्राम
१४ – रघु नन्दन शालिग्रामा
१५ – वामन शालिग्राम
१६ – माधव शालिग्राम
१७ – सन्थन गोपाल शालिग्राम
१२ – हयग्रिवा शालिग्राम
१३ – लक्ष्मी नरसिम्ह शालिग्राम
१४ – लक्ष्मी नारायण शालिग्राम
१५ – रत्न गर्व ज्योति शालिग्राम
१५ – कल्की शालिग्राम
१६ – बुद्ध शालिग्राम
१७ – परशुराम शालिग्राम
१८ – राम शालिग्राम
१९ – कृष्ण शालिग्राम
२० – विश्वम्भर शालिग्राम
२१ – अस्टबक्र शालिग्राम
२२-अच्युत शालिग्राम
२३ – स्वेत लक्ष्मी शालिग्राम
२४ – मणि प्रभा शालिग्राम
२४ – संकर्षण शालिग्राम
२५ – नवब्युह शालिग्राम
२६ – दश अवतार शालिग्राम
२७ -प्रधुन्न शालिग्राम
२८ – पुरुषोतम शालिग्राम
२९ – अनिरुद्र शालिग्राम
३०-सुदर्शन और सुदर्शना चक्र शालिग्राम
३१-बैकुण्ठ शिला (बैकुण्ठ शालिग्राम)
३२ – केशब शालिग्राम
३३ -दामोदर शालिग्राम
चौबीस प्रकार के दिव्य शालिग्राम के नाम इस  प्रकार दिया गया है !
पहले है केशव हमारा भगवान केशव को कोटी कोटी प्रणाम ,दूसरा  है मधुसुदन शालिग्राम ,तीसरा है संकर्सन ,चौधा है दामोदर शालिग्राम ,पांचवा है बासुदेव ,छह में  है प्रध्युमा ,सात में  विष्णु ,आठ में  माधव ,नौ में अनन्त मूर्ति शालिग्राम ,दस में  पुर्षोत्तम शालिग्राम ,ग्यार में अघोचेज्य शालिग्राम ,बारौवी में जनार्दन ,तेरह में  गोविन्द सालिग्राम शिला ,चौध में  त्रिविक्रम शालिग्राम,पन्द्र मे श्रीधर शालिग्राम,,स्वरह में  ऋषिकेश ,सतरह  मे नर्सिन्घा ,अठारह  में  विश्व योनी ,उन्नीस  मे वामन,बीस  में नारायण ,इक्कीस मे पुन्दरिकाछ्य ,बाइस मे उपेन्द्र शालिग्राम ,तेईस  मे श्री हरि शालिग्राम, और चौबीस  मे भगवान कृष्ण.
ये चौबीस शालिग्राम के नाम साल के सभी २४ एकादशी से मिला हुआ  है और पुराण शास्त्र मे इसी तरह कहा गया है!ये शालिग्राम भगवान विष्णु के २४ एकादशी में  पूजा  किया जाता है !येदी मनुष्य ने किसी भी एकादशी मे ये सभी शालिग्राम पूजा  किया तो वह भक्तिवान और धर्मात्मा होता है.  यदि किसी ने ये भगवान नारायण के शालिग्राम यदि पढ़ लिया और सूना हो तो उसको भगवान श्री हरि कृष्ण का अनुपम प्रेम मिल जाता है !
शालिग्राम पूजन  संबंधी  जानकारी
१ -शालिग्राम और तुलसी के बरवे को पास रखने  से भगवान विष्णु के सदैव कृपा होता है !शालिग्राम पूजन मे तुलसी के पत्ता भगवान शालिग्राम को चढाने  से धन,वैभव प्राप्त होता है. 
२ – शालिग्राम और भगवान विष्णु मे कुछ फर्क  नही है इसलिए भगवान शालिग्राम को भगवान विष्णु,कृष्ण,तरह ही  पूजा  किया जाता है
३- शालिग्राम हमारे घर मे पूजा  घर मे भगवान विष्णु के साथ् रखना चाहिए! पूजा घर को नित्य साफ करे!
४ – शालिग्राम को तुलसी पत्ते के साथ् पन्चामृत स्नान करने से भगवान विष्णु को असानी से ख़ुशी पाने में  कुछ दिक्कत  नही होगी ! पन्चामृत को मह,चीनी ,दुध,दही और घी के मिश्रण कहा जाता है !पन्चामृत से भगवान विष्णु शालिग्राम को दैनिक स्नान करना चाहिए!
५ – जिस घर मे शालिग्राम शिला के पूजा  होता है उस घर मे सदैव माता लक्ष्मी के वास  होता है !
६ – शालि ग्राम पूजन करनेसे सम्पूर्ण पिछले जन्म और इश जन्म के पाप नाश  होता है !
७ – शालिग्राम पूजन  से मुक्ति और भुक्ति दोनों ही  मिल जाता है !
८ – शालिग्राम पूजा  करने से दुख,दरिद्रता ,कष्ट और दुश्मन नाश  होता है !
९ – भगवान कृष्ण और शालिग्राम मे कुछ फर्क नही होता है ! भगवान कृष्ण सम्पूर्ण भगवान के साथ शालिग्राम में  ही पधारते है !
१० – शालिग्राम नेपाल के सिवाय दूसरा जगह नही मिलता है ! इसलिए गण्डकी मुक्तिनाथ के शालिग्राम ही  शालिग्राम है. 
Koti Devi Devta

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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