नई दिल्ली. थोक मूल्य सूचकांक (डबलूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी 2023 में घटकर 24 महीने के निचले स्तर 4.73 प्रतिशत पर आ गई है. मंगलवार को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने जनवरी 2023 के लिए थोक मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए. दिसंबर में ये आंकड़ा 4.95 प्रतिशत था. पिछले महीने डबलूपीआई मुद्रास्फीति की दर में गिरावट का मुख्य कारण खनिज तेल, रसायन और रासायनिक उत्पाद, कपड़ा, कच्चा पेट्रोलियम और अन्य वस्तुओं में प्राकृतिक गैस है.
भारत में मुद्रास्फीति को मापने वाले दो सूचकांक हैं. होलसेल प्राइस इंडेक्स और कंज्यूमर प्राइस इन्फ्लेशन (सीपीआई), जबकि डबलूपीआई उत्पादन या विनिर्माण के स्तर पर कीमतों को पकड़ता है, कंपनियों के बीच व्यापार किए गए सामानों को ध्यान में रखते हुए सीपीआई खुदरा उपभोक्ता स्तर पर कीमतों को मापता है.
डबलूपीआई का प्रमुख हिस्सा विनिर्मित वस्तुओं द्वारा संचालित होता है, जबकि खाद्य पदार्थ सीपीआई का एक बड़ा हिस्सा होते हैं. जनवरी के लिए सीपीआई डेटा कल जारी किया गया था. यह तीन महीने के उच्चतम स्तर 5.6 प्रतिशत पर पहुंच गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली के पब्लिकेशन डिवीजन में नौकरी, असिस्टेंट एडिटर और प्रूफरीडर समेत कई पदों पर भर्ती
दिल्ली से कबड्डी खिलाड़ी से रेप, ब्लैकमेल कर 43 लाख रुपये भी ऐंठे
दिल्ली से कबड्डी खिलाड़ी से रेप, ब्लैकमेल कर 43 लाख रुपये भी ऐंठे
Leave a Reply