आज का दिन- बुधवार, 22 फरवरी 2023, देवी आराधना से मिलती हैं दिव्य शक्तियां, कला-व्यवसाय में सफलता के लिए....

आज का दिन- बुधवार, 22 फरवरी 2023, देवी आराधना से मिलती हैं दिव्य शक्तियां, कला-व्यवसाय में सफलता के लिए....

प्रेषित समय :19:40:00 PM / Tue, Feb 21st, 2023

-प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी
* जो साधक धर्मकर्म और ज्योतिष के क्षेत्र में सेवारत हैं उनके लिए देवी उपासना दिव्य शक्तियां प्राप्त करने का सर्वोत्तम मार्ग है. 
* जितने भी प्रसिद्ध ज्योतिषी हुए हैं उनमें से ज्यादातर देवी उपासक रहे हैं क्योंकि किसी विषय का ज्ञान आंख की तरह है जो देखने की शक्ति तो देता है लेकिन अंधेरे में देखने की क्षमता दिव्य शक्तियों के प्रकाश के बगैर असंभव है.
* जो साधक धर्म-कर्म और ज्योतिष के क्षेत्र में कामयाबी चाहते हैं उन्हें नियमित रूप से संकल्प लेकर पूजा-अर्चना करनी चाहिए, समय के साथ उन्हें अहसास होगा कि कोई शक्ति उन्हें सही मार्ग दिखा रही है!
* साधना के लिए उत्तम गुरु मिल जाए तो अच्छा है, नहीं तो अपनी ज्ञान-क्षमता से देवी आराधना प्रारंभ करें, सारी बाधाएं अपने आप समाप्त होती चली जाएंगी.
* यदि अखंड प्रदीप रख सकें तो देवी साधना के परिणाम जल्दी प्राप्त होते हैं लेकिन अपना मन सात्विक पूजा पर ही केंद्रित रखें, सही जानकारी के अभाव में जिद्दी साधना के परिणाम अक्सर खराब होते हैं!
कला-व्यवसाय में सफलता के लिए बुधवार को देवी स्कन्दमाता की आराधना करें!
नमामि स्कन्दमाता स्कन्दधारिणीम्.
समग्रतत्वसागरम् पारपारगहराम्॥
शिवाप्रभा समुज्वलां स्फुच्छशागशेखराम्.
ललाटरत्नभास्करां जगत्प्रदीप्ति भास्कराम्॥
महेन्द्रकश्यपार्चितां सनत्कुमार संस्तुताम्.
सुरासुरेन्द्रवन्दिता यथार्थनिर्मलाद्भुताम्॥
अतर्क्यरोचिरूविजां विकार दोषवर्जिताम्.
मुमुक्षुभिर्विचिन्तितां विशेषतत्वमुचिताम्॥
नानालङ्कार भूषिताम् मृगेन्द्रवाहनाग्रजाम्.
सुशुध्दतत्वतोषणां त्रिवेदमार भूषणाम्॥
सुधार्मिकौपकारिणी सुरेन्द्र वैरिघातिनीम्.
शुभां पुष्पमालिनीं सुवर्णकल्पशाखिनीम्
तमोऽन्धकारयामिनीं शिवस्वभावकामिनीम्.
सहस्रसूर्यराजिकां धनज्जयोग्रकारिकाम्॥
सुशुध्द काल कन्दला सुभृडवृन्दमज्जुलाम्.
प्रजायिनी प्रजावति नमामि मातरम् सतीम्॥
स्वकर्मकारणे गतिं हरिप्रयाच पार्वतीम्.
अनन्तशक्ति कान्तिदां यशोअर्थभुक्तिमुक्तिदाम्॥
पुनः पुनर्जगद्धितां नमाम्यहम् सुरार्चिताम्.
जयेश्वरि त्रिलोचने प्रसीद देवी पाहिमाम्॥
कला-व्यवसाय के क्षेत्र में सफलता के लिए बुध ग्रह की विशेष भूमिका है, किसी भी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह के पांच प्रभाव होते हैं... अतिकारक, कारक, सम, अकारक और अतिअकारक! 
अतिकारक और कारक बुध अच्छे समय में कम प्रयास में अचानक सफलता प्रदान करता है तो सम और अकारक बुध में पूजा-प्रयोग से कामयाबी संभव है! दरअसल, भाग्य को बदला नहीं जा सकता है, लेकिन पूजा-प्रयोग से भाग्य को संवारा जा सकता है!
कला-व्यवसाय के क्षेत्र में प्रयास के अलावा भाग्य की महत्वपूर्ण भूमिका है इसीलिए इस क्षेत्र में सफलता में बुध के कारकत्व के साथ-साथ अन्य ग्रह योग पर भी निर्भर है कि किसीको सफलता दिलानेवाला सबसे प्रमुख ग्रह कौनसा है? 
यदि बुध प्रबल कारक है तो कला-व्यवसाय के क्षेत्र में विशेष प्रसिद्धि मिलेगी!
पूजा-प्रयोग शुभाशुभ समय में शुभत्व बढ़ाने और अशुभ से सुरक्षा प्रदान करने का कार्य करते हैं. पूजा के परिणाम हर समय शुभ रहते हैं लेकिन धीरे-धीरे प्रभाव दिखाते हैं और प्रयोगों के त्वरित नतीजे मिल सकते हैं किन्तु परिणाम उल्टे भी हो सकते हैं इसलिए अपना भाग्य संवारने के लिए पूजा मार्ग उत्तम है, अनावश्यक प्रयोग नहीं करें तो बेहतर है!
जिन्हें अक्सर शिकायत रहती है कि उनके काम को पर्याप्त महत्व नहीं मिलता है और उन्हें कला-व्यवसाय क्षेत्र में कामयाबी चाहिए तो नियमितरूप से बुध की देवी स्कंदमाता  की पूजा-अर्चना करें, यदि नियमितरूप से संभव नहीं हो तो हर बुधवार को देवी दुर्गा के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता  की पूजा-अर्चना करें. 
देवी दुर्गा का पांचवां स्वरूप स्कंदमाता है. देवी स्कंदमाता, सिंह पर सवार हैं.
और माता की चार भुजाएं हैं. माता अपने दोनों हाथों में कमल का फूल धारण करती हैं और एक हाथ सें भगवान कार्तिकेय को अपनी गोद में लिये बैठी हैं जबकि माता का चौथा हाथ श्रद्धालुओं को आशीर्वाद प्रदान करता है.
देवी स्कंदमाता की पूजा-अर्चना से बुध ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होती है इसलिए कला-व्यवसाय के क्षेत्र में सफलता के लिए श्रद्धालुओं को देवी स्कंदमाता की आराधना करनी चाहिए. 
श्री त्रिपुरा सुंदरी पंचांग- 22 फरवरी 2023
* पञ्चक, गण्ड मूल, रवि योग,
* शक संवत 1944, विक्रम संवत 2079, मास- पूर्णिमांत फाल्गुन, मास अमांत फाल्गुन
* तिथि तृतीया- 27:27:28 तक, नक्षत्र उत्तराभाद्रपद- 28:50:51 तक, करण तैतिल- 16:39:19 तक, गर- 27:27:28 तक, पक्ष शुक्ल, योग साघ्य- 23:45:37 तक, वार बुधवार
* शुभ मुहूर्त अभिजीत- नहीं
* राहुकाल-12:41 से 14:08 तक
* दिशाशूल- उत्तर
* ताराबल- अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
* चन्द्र राशि मीन
* उत्तम चन्द्रबल- वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन
* सिंह राशि में जन्मे लोगो के लिए अष्टम चन्द्र
बुधवार का चौघडिय़ा -
दिन का चौघडिय़ा               रात्रि का चौघडिय़ा
पहला- लाभ                          पहला- उद्वेग
दूसरा- अमृत                         दूसरा- शुभ
तीसरा- काल                       तीसरा- अमृत
चौथा- शुभ                            चौथा- चर
पांचवां- रोग                         पांचवां- रोग
छठा- उद्वेग                           छठा- काल
सातवां- चर                          सातवां- लाभ
आठवां- लाभ                        आठवां- उद्वेग
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
- आज का राशिफल-
मेष राशि:- आज लाभकारी निवेश बढ़ेगा. बड़े और प्रतिष्ठित लोगों से संबंधों का लाभ मिलेगा. वाहन प्राप्ति के योग हैं. जोखिम, जवाबदारी के कामों में सावधानी आवश्यक है. आर्थिक लाभ होगा.

वृष राशि:- आज व्यापार अच्छा चलेगा. पारिवारिक वातावरण खुशनुमा रहेगा. यात्रा लाभदायक रहेगी. आशानुरूप आमदनी होगी. वाहन क्रय करने के योग बन रहे हैं. निवेश से लाभ हो सकता है. हनुमान जी आरधना करें.

मिथुन राशि:- नए वस्त्र आभूषण की प्राप्ति होगी. दिन की शुरुआत भक्ति भाव से होगी. स्थायी संपत्ति, क्रय-विक्रय से लाभ होगा. अनुभव का लाभ मिलेगा. पारिवारिक वातावरण से ना खुश रहेगे. किसी की भी निंदा न करे.

कर्क राशि:- समय पर काम होने से राहत मिलेगी. व्यापार-व्यवसाय में अनुभव से लाभ होगा।, निवेश में सफलता मिलेगी. समय का सदुपयोग होगा. मित्रों के साथ देव दर्शन होगें.आज खर्च अधिक होने की उमीद है.

सिंह राशि:- कारोबार में दूसरों पर बहुत अधिक विश्वास न करें. व्यवहार कुशलता और सहनशक्ति के बल पर समस्या का समाधन होगा. मित्रों से सहयोग मिलेगा. यात्रा सम्भव है.

कन्या राशि:- आर्थिक मामलों में आज लाभ होगा. कार्यस्थल पर प्रलोभन से बचें. दूसरे के भरोसे न रहें वरना अपना नुकसान कर लेंगे. परिवार की समस्याएं स्वविवेक से हल होंगी. दूसरों को देख कर द्वेष करना छोड़ दें.

तुला राशि:- आज अचानक धन प्राप्ति संभव है. इसके अलावा आपको परिजनों ईष्ट मित्रों से भेंट, उपहार की प्राप्ति होगी. वाणी पर संयम रखें अन्यथा काम बिगड़ सकते हैं. व्यापार अच्छा चलेगा. मेहमानों का आगमन होगा.

वृश्चिक राशि:- आज का दिन शुभ है. सुबह से ही कार्यों की व्यस्तता बनी रहेगी. घरेलू कार्य में दिन बीतेगा. उत्साहपूर्वक व्यावसायिक योजनाओं को पूरा करेंगे और सफल होंगे. कार्यक्षमता एवं कार्यकुशलता बढ़ेगी, लेकिन स्वास्थ्य कमजोर रहेगा.

धनु राशि:- काम की व्यस्तता में परिवार को नजरअंदाज न करें. अपरिचित व्यक्तियों के सहयोग से आत्मविश्वास बढेगा. खर्चों में कमी का प्रयास करें. सोचे काम समय पर पूरे होंगे. मन पसन्द भोजन मिलेगा.

मकर राशि:- आज परिजनों के साथ सत्संग का लाभ मिलेगा. व्यक्तिगत समस्या का निदान होगा. व्यापारिक कार्य से यात्रा हो सकती है. सामाजिक प्रतिष्ठा का ध्यान रख कर कार्य करें. स्वास्थ्य लाभ होगा.

कुम्भ राशि:- नौकरी में अधिकारी प्रसन्नता दर्शाएंगे पर संभल कर रहें. अच्छे व्यक्तियों से भेंट होगी. आज के दिन आप मेहमानों की खातिरदारी में लगे रहेंगे. दोस्तों के साथ मौज मस्ती में समय बीतेगा.

मीन राशि:- प्रेम प्रसंग में सफलता मिलेगी. वाहन सुख मिलेगा. व्यवसाय में सतर्कता और सावधानीपूर्वक योजनाओं को अंजाम दें. लापरवाही से काम नहीं करें. विद्यार्थी शिक्षा में सफलता अर्जित करेंगे.
* आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) वाट्सएप नम्बर 9131366453
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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