श्योपुर. कूनो नेशनल पार्क में शुरू किए चीता प्रोजेक्ट को तीसरा बड़ा झटका लगा है. दक्षिण अफ्रीका से लाई गई दक्षा नामक मादा चीता की मौत मंगलवार को हुई है. बताया जा रहा है नेशनल पार्क में उसका झगड़ा किसी और चीते से हो गया था. दोनों के बीच हुई इस लड़ाई में दक्षा मादा चीता की मौत हो गई.
दो माह में यह साउथ अफ्रीका से लाए गए तीसरे चीता की मौत हुई है. इससे पार्क प्रबंधन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. मादा चीता की मौत को लेकर अभी प्रबंधन खामोश है. वहीं कल ही केंद्रीय मंत्रालय ने एक स्थानीय न्यूज एजेंसी के हवाले से कहा था कि दक्षिण अफ्रीका से कूनो बसाए गए सभी चीते स्वस्थ हैं. इनमें से पांच को जल्द ही खुली जगह में छोड़ा जाएगा. शेष को भी आने वाले समय में खुल में विचरण करने छोड़ दिया जाएगा.
नमीबिया से लाई गई थी दक्षा
दक्षा नाम की माता चीता को नामीबिया से लाया गया था. इसका पूर्व में नाम फिंडा था. भारत के श्योपुर कूनो नेशनल पार्क में में शुरू किए गए चीता प्रोजेक्ट पर पूरे विश्व की निगाहें टिकी हुई हैं. कुछ माह पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया था. इस प्रोजेक्ट के शुरू होते ही पर्यटन को लेकर काफी उम्मीदें जागी थीं. एक विराम के बाद चीता युग की शुरूआत की गई थी, लेकिन तीन चीतों की मौत होने के बाद प्रबंधन की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं. प्रबंधन अभी बता नहीं पा रहा है कि आपस में दो चीता कैसे भिड़े और मादा चीता की मौत किस तरह से हुई. उल्लेखनीय है पूर्व में जिन चीतों की मौत हुई उनमें एक का नाम उदय और दूसरे का मादा चीता साशा था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कूनो से खुशखबरी, चीता आशा है गर्भवती, सात दशक बाद भारतभूमि पर जन्म लेंगे नन्हें चीते
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