नई दिल्ली. महंगाई के मोर्चे पर राहत की खबर आई है. दरअसल, खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है. खाने का सामान सस्ता होने से अप्रैल में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.70 फीसदी पर आ गई है. खुदरा महंगाई का ये 18 महीने का निचला स्तर है. मार्च में महंगाई दर 5.66 फीसदी रही थी.
यह लगातार दूसरा महीना है जब कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे में है. आरबीआई को मुद्रास्फीति 2 फीसदी घट-बढ़ के साथ 4 फीसदी पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है. गौरतलब है कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2023-24 में खुदरा महंगाई के 5.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.
5.66 फीसदी रही थी मार्च में खुदरा महंगाई
आंकड़ों के मुताबिक, सीपीआई-आधारित खुदरा महंगाई इस साल मार्च में 5.66 फीसदी और एक साल पहले अप्रैल महीने में 7.79 फीसदी थी. अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई दर अक्टूबर 2021 के बाद सबसे निचले स्तर पर है. उस समय यह 4.48 फीसदी रही थी.
खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अप्रैल में 3.84 फीसदी रही
नेशनल स्टैटिकल ऑफिस (एनएसओ) के अनुसार खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अप्रैल में 3.84 फीसदी रही जो मार्च में 4.79 फीसदी थी. एक साल पहले अप्रैल महीने में 8.31 फीसदी थी. अनाज, दूध और फल आदि की कीमतें बढऩे से खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर 2022 में 5.7 फीसदी से बढ़कर इस साल फरवरी में 6.4 फीसदी पर आ गई थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-देश में अंबानी-अडानी नहीं, बेरोजगारी, महंगाई और किसानों के मुद्दे ज्यादा बड़े : शरद पवार
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