नई दिल्ली. भारत को ऑस्ट्रेलिया ने ओवल में खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के आखिरी दिन 209 रन से हरा दिया. भारत को 444 रन का टारगेट मिला था, जिसका पीछा करते हुए टीम इंडिया 234 रन पर ऑल आउट हो गई थी. इस मैच में भारत का ओवर रेट धीमा था और इस बात की पहले से ही आशंका थी कि टीम इंडिया को इसकी सजा झेलनी पड़ेगी और हुआ ऐसा ही है. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में स्लो ओवर रेट के लिए टीम इंडिया पर मैच फीस का 100 फीसदी जुर्माना लगा. वहीं, जीत दर्ज करने वाली ऑस्ट्रेलियाई खिलाडिय़ों की जेब भी ढीली हुई. ऑस्ट्रेलिया का भी ओवर रेट धीमा था. आईसीसी ने कंगारू टीम पर मैच फीस का 80 फीसदी जुर्माना लगाया गया है.
शुभमन गिल को भी कैच आउट को लेकर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट की सजा मिली है. उनपर अलग से भी 15 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगाया गया है. यानी उनकी पूरी की पूरी मैच फीस तो कटी ही है. साथ ही अतिरिक्त 15 फीसदी और जुर्माना लगाया गया. यानी उन पर कुल मिलाकर 115 फीसदी का जुर्माना लगा है. उन्हें ये राशि आईसीसी को देनी होगी. वहीं, फाइनल खेलने के बाद भारतीय टीम को भी 100 फीसदी मैच फीस का जुर्माना लगने के कारण मैच फीस के रूप में एक भी रुपया नहीं मिलेगा.
क्यों लगा गिल पर इतना बड़ा जुर्माना?
शुभमन गिल पर क्यों इतनी बड़ी सजा मिली है तो इसकी वजह आपको बता देते हैं. डबलूटीसी फाइनल के चौथे दिन गिल ने एक गलती कर दी थी, जिसकी सजा अब मिली है. उन्हें आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट की धारा 2.7 के तहत दोषी पाया गया है. इस नियम के मुताबिक, इंटरनेसनल मैच के दौरान किसी घटना को लेकर सोशल मीडिया या किसी भी मंच पर कमेंट करना मना है. गिल ने चौथे दिन का खेल खत्म होने के बाद कैच आउट दिए जाने को लेकर थर्ड अंपायर के फैसले के खिलाफ ट्वीट कर नाखुशी जताई थी.
दरअसल, मैच के दौरान टीवी अंपायर रिचर्ड केटलब्रो ने कैमरन ग्रीन द्वारा शुभमन गिल के लपके कैच को क्लीन करार दिया था. जबकि वीडियो में ऐसा लग रहा था कि गेंद जमीन से छू गई है. इसे लेकर कई भारतीय दिग्गजों ने भी सवाल खड़े किए थे. रोहित शर्मा ने भी मैच के दौरान ही अंपायर से बात की थी. गिल से चौथे दिन का खेल खत्म होने के फौरन बाद ही इसे लेकर ट्वीट किया था और अंपायर के फैसले पर सवाल खड़े किए थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-Cricketer अक्षर पटेल, डायटिशियन के साथ शादी के बंधन में बंधे, पत्नी मेहा ने शेयर किया वीडियो
Cricketer ऋषभ पंत की बचाई थी जान, उत्तराखंड सरकार हरियाणा रोडवेज के बस-कंडक्टर को देगी सम्मान