रांची. झारखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. चुनाव आयोग की ओर से मतदाताओं को जोडऩे और पुनरीक्षण का काम करने को लेकर तैयारियां की गयी है. इस संबंध में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि मतदाता सूची से छूटे हर नागरिक को सूची से जोड़ा जाएगा. इसके लिए वृहद कार्यक्रम बनाया गया है. चुनाव आयोग का उद्देश्य है कि हर नागरिक प्रजातंत्र के उत्सव चुनाव में अपनी सक्रिय भूमिका निभाए.
एक महीने चलेगा विशेष अभियान
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदाताओं से संबंधित काम को करने के लिए 21 जुलाई से 21 अगस्त तक विशेष अभियान चलेगा. इस दौरान आम नागरिक भी वोटर सर्विस पोर्टल पर जाकर जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड कर खुद को मतदाता के रूप में सूचीबद्ध कर सकते हैं. चुनाव आयोग स्पीड पोस्ट के माध्यम से उनका वोटर आईडी कार्ड उनके पते पर भेज देगा. वहीं पोर्टल पर जाकर वोटर आईडी में नाम सुधार, फोटो सुधार, पता सुधार आदि भी सहज तरीके से किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को मतदाता सूची से जोडऩे के लिए जहां विशेष कैंप का आयोजन होगा, वहीं हर घर का सर्वे कर मतदाताओं को सूची से जोड़ा जाएगा और त्रुटियों का सुधार भी होगा. यह कार्य 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा. इसमें 17 अक्तूबर से 30 नवम्बर 2023 तक यदि कोई दावा या आपत्ति हो तो उसे दर्ज कराया जा सकेगा.
सर्वे हो चुके घरों में लगेगा स्टीकर
उन्होंने बताया कि जिस-जिस घर का सर्वे होगा, उसकी पहचान के लिए घर के बाहर इस आशय का एक स्टीकर भी चिपकाया जाएगा. साथ ही सर्वे करने वाले इससे जुड़ा ब्योरा एक रजिस्टर में भी दर्ज करेंगे. इसका सत्यापन भी कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि आयोग का महिला, दिव्यांग, बुजुर्ग, थर्ड जेंडर, सेक्स वर्कर और आदिम जनजाति को मतदाता सूची से जोडऩे पर विशेष फोकस रहेगा. उन्होंने बताया कि मतदाता सूची से जोडऩे की पूरी प्रक्रिया डिजिटल होने से अब त्रुटि की गुंजाइश हद तक खत्म हो गई है. यही कारण है कि मतदाता सूची में नाम जोडऩे के 28 दिन के भीतर स्पीड पोस्ट से वोटर कार्ड मतदाता के पते पर पहुंच जाता है.
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