बिहार. विपक्ष के 15 राजनीतिक दलों के नेताओं ने वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को कड़ी चुनौती देने के मकसद से शुक्रवार को यहां साझा रणनीति पर मंथन किया. पटना में विपक्षी पार्टियों की पहली बैठक शुक्रवार को खत्म हो गई है. मुख्यमंत्री आवास 1 अणे मार्ग में ढाई घंटे चली बैठक में 15 पार्टियों के नेता मौजूद रहे. बैठक में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाने और नीतीश को UPA का संयोजक बनाने पर चर्चा हुई. कुछ ही देर में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी जाएगी. जेडीयू सूत्रों ने दैनिक भास्कर को बताया कि बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि सभी को महत्त्वाकांक्षा छोड़नी होगी. कोई अपना दबदबा नहीं बनाए.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, शरद पवार, उद्धव ठाकरे शुक्रवार सुबह पटना पहुंचे. राहुल और खड़गे एअरपोर्ट से सीधे कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे. यहां राहुल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर BJP को हराएंगे. देश में दो विचारधारा की लड़ाई चल रही है. एक तरफ कांग्रेस की भारत जोड़ो विचारधारा है तो दूसरी ओर BJP-RSS की भारत तोड़ो.
CM नीतीश कुमार ने एयरपोर्ट पर राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे का स्वागत किया.
बैठक में 15 पार्टियों के 22 से ज्यादा नेता शामिल
पार्टियां: JDU, RJD, AAP, DMK, TMC, CPI, CPM, CPI (ML), PDP, नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), सपा, JMM और NCP.
बैठक में ये नेता हैं: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके के नेता एम के स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी की नेता ममता बनर्जी, उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राघव चड्ढा, संजय सिंह, लेफ्ट से डी राजा, दीपांकर भट्टाचार्य और पीडीपी की महबूबा मुफ्ती. कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी, NCP से शरद पवार, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, सपा के अखिलेश यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, JMM के हेमंत सोरेन, बिहार से JDU से नीतीश कुमार और RJD के तेजस्वी यादव और लालू यादव.
इन मुद्दों पर बात हुई:
हर सीट पर भाजपा के खिलाफ विपक्ष का एक प्रत्याशी
भाजपा के खिलाफ बनने वाले गठबंधन का नाम
कॉमन मिनिमम प्रोग्राम
सीटों के बंटवारे का फॉर्मूला
इसके अलावा, दिल्ली अध्यादेश.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार. उद्धव ठाकरे पहली बार बिहार आए. बैठक में शामिल होने पहुंच पिता लालू यादव को रिसीव करने पहुंचे तेजस्वी. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शुक्रवार सुबह 11 बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बैठक में शामिल होने के लिए जाती हुईं. झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सबसे आखिरी में बैठक में शामिल होने पहुंचे.
जम्मू में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पटना में फोटो सेशन चल रहा है, वो संदेश देना चाहते हैं कि वो मोदी जी को चुनौती देंगे. मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि चाहे वो कुछ भी करें, वो कभी एकजुट नहीं रहेंगे. 300 से ज्यादा सीटें हासिल कर पीएम मोदी एक बार फिर पीएम बनेंगे.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार सत्ता दुरुपयोग कर रहे हैं. सीएम हाउस में क्या राजनीति दलों की बैठक हो सकती है? बिहार से कुछ लेना देना नहीं है.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि राहुल गांधी और बीजेपी के बीच समझौता हो चुका है. कांग्रेस को अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए कि वो संविधान के साथ खड़े हैं या बीजेपी के साथ? केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बैठक पर कहा- यह हास्यास्पद है. कांग्रेस पार्टी का आभार व्यक्त करना चाहती हूं कि कांग्रेस मान चुकी है कि अकेले मोदी को हराने में समर्थ नहीं है. उसे सहारे की जरूरत है.
राहुल और खड़गे को रिसीव करने CM नीतीश कुमार एयरपोर्ट पहुंचे थे. दोनों नेता पहले कांग्रेस कार्यालय गए.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी को मिलकर लड़ना है. इसलिए हम आए हैं. हमसे राहुल गांधी ने कहा कि एक-एक दल को बुलाकर बात करेंगे. इसलिए यह मीटिंग हो रही है. छोटे-मोटे मतभेद भुलाकर आगे बढ़ना है.
NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम देश के कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने और भविष्य की रणनीति तय करने के लिए बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में मणिपुर मुद्दे पर भी होगी चर्चा.
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पटना की सड़कों पर अनेक दूल्हों की दावेदारी लगी हुई है. दूल्हा कौन है यह तो साफ समझ आ गया है कि वहां कोई दावेदारी ही नहीं है.
महागठबंधन के सूत्रों के मुताबिक, बैठक में शामिल सभी दलों के नेताओं को बोलने का वक्त मिले, इसका खास ख्याल रखा गया है. बैठक का मुख्य उद्देश्य BJP को केंद्र की सत्ता से बेदखल करना है. इसके लिए नए सिरे से विपक्षी दलों को एकजुट किया जा रहा है. बैठक में कई अहम निर्णय लिए जाएंगे.
इसमें मुख्य रूप से विपक्षी एकजुटता का नाम क्या हो? इसकी अगुआई कौन करेंगे. इस पर फैसला हो सकता है. साथ ही चुनाव में टिकट के फार्मूले और कॉमन मिनिमन प्रोग्राम पर भी चर्चा हो सकती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-#हरियाणा भी अब बिहार की राह पर! क्या दुष्यंत चौटाला, नीतीश कुमार बन पाएंगे?
भागलपुर पुल गिरने पर तेजस्वी यादव ने कहा- जानबूझकर गिराया, CM नीतीश कुमार ने दिए जांच के आदेश