पल-पल इंडिया (व्हाट्सएप- 8302755688). मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव रही पूर्व आईएएस अधिकारी निर्मला बुच का रविवार को 98 वर्ष की उम्र में निधन हो गया, वह कुछ समय से अस्वस्थ थीं.
निर्मला बुच 1960 बैच की आईएएस अधिकारी थीं, जो 1990 से 1992 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा की सरकार में मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव रहीं, उनके पति दिवंगत महेश नीलकंठ बुच भी मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस थे.
महिला सशक्तीकरण के सक्रिय रही निर्मला बुच ने सभी प्रमुख पदों पर कार्य किया, वे वित्त और शिक्षा विभाग की सचिव रहीं, तो केंद्रीय योजना आयोग में उन्होंने सलाहकार के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार उनका जन्म 11 अक्टूबर 1925 को उप्र के खुर्जा में हुआ था, वर्ष 1960 में मसूरी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद उनकी पहली पदस्थापना 1961 में जबलपुर में हुई थी, वह 1961 से 1993 तक मध्य प्रदेश एवं भारत सरकार के विभिन्न विभागों के प्रशासन एवं प्रबंधन के पदों पर रहीं, वह मध्य प्रदेश सरकार में 1975-77 तक वित्त सचिव एवं शिक्षा सचिव तथा 1991-1992 में मुख्य सचिव के पद पर रहीं.
निर्मला बुच को याद करते हुए Wg Cdr Anuma Acharya (Retd) @AnumaVidisha ने ट्वीट किया.... जब 20 वर्ष की आयु में मैं अपने माता पिता के असामयिक जाने के बाद तीन बहनों के परिवार में सबसे बड़ी होने के कारण पिता के विभाग में अनुकंपा नियुक्ति के लिये संघर्ष कर रही थी, मध्य प्रदेश की तत्कालीन मुख्य सचिव श्रीमती निर्मला बुच के हस्ताक्षरों से 8 माह के संघर्षों के बाद नियुक्ति मिली थी, जिससे परिवार की दाल-रोटी बंद नहीं हुई. फिर साल भर के अंदर जब वायुसेना के पहले महिला लॉजिस्टिक्स बैच में चयन हुआ तो निर्मलाजी और एम एन बुचजी के घर भी जाना हुआ. एम. एन. बुचजी रोज़ सुबह मुझे लंबी दौड़ लगाते हुए देखते थे. उन्होंने हम तीनों बहनों के संघर्ष और साहस को बहुत सराहा, उत्साह बढ़ाया. वायुसेना में चयन के बाद के शुरुआती वर्षों में छुट्टियों में आने पर उनसे मिलना भी हुआ.
और.... आज जब सुना कि प्रदेश की पूर्व मुख्य सचिव श्रीमती निर्मला बुच का दुखद निधन हो गया है, जो मध्य प्रदेश की पहली और अकेली महिला मुख्य सचिव रही थीं, तो लगा जैसे एक युग का अंत हुआ.
कृतज्ञ और विनम्र श्रद्धांजलि!
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जब 20 वर्ष की आयु में मैं अपने माता पिता के असामयिक जाने के बाद तीन बहनों के परिवार में सबसे बड़ी होने के कारण पिता के विभाग में अनुकंपा नियुक्ति के लिये संघर्ष कर रही थी, मध्यप्रदेश की तत्कालीन मुख्यसचिव श्रीमती निर्मला बुच के हस्ताक्षरों से 8 माह के संघर्षों के बाद नियुक्ति… pic.twitter.com/B2smVWDfk2
— Wg Cdr Anuma Acharya (Retd) (@AnumaVidisha) July 9, 2023
MP : मानसून ने मध्य प्रदेश में की एंट्री, 5 से 6 दिनों तक हो सकती है भारी बारिश