गोवाहाटी. असम सरकार द्वारा राज्य में बहुविवाह पर तुरंत प्रतिबंध लगाने की योजना बना रही है और आगामी विधानसभा सत्र में एक विधेयक पेश किया जाएगा. बहुविवाहए एक ही समय में एक से अधिक पत्नी या पति रखने की प्रथा है. भारत में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) के बारे में चल रही चर्चा में एक आवर्ती विषय बन गई है. इस आशय की बात सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने आज कही है.
सीएम श्री सरमा ने आगे कहा कि सरकार ने इस कदम को लागू करने के लिए कानूनी पहलुओं का पता लगाने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया था. जिसे राज्य द्वारा समान नागरिक संहिता की दिशा में आगे बढऩे के प्रयास के रूप में देखा गया था, रिपोर्ट लंबित है. हम आगामी विधानसभा सत्र में बहुविवाह पर प्रतिबंध लगाने के लिए विधेयक पेश करने की योजना बना रहे हैं. अगर किसी कारण से हम ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं तो हम जनवरी विधानसभा सत्र में विधेयक पेश करेंगे. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि असम में हम बहुविवाह पर तुरंत प्रतिबंध लगाना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यदि यूसीसी आता है तो हमें कार्रवाई करने की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि इसका यूसीसी में विलय हो जाएगा. हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले कहा था कि बहुविवाह पर प्रतिबंध आक्रामकता से नहीं बल्कि आम सहमति से हासिल किया जाएगा.
सरमा ने कहा कि यूसीसी एक ऐसा मामला है जिसका निर्णय संसद द्वारा किया जाएगा और निश्चित रूप सेए राज्य भी राष्ट्रपति की सहमति से इस पर निर्णय ले सकते हैं. इसलिएए यूसीसी में विभिन्न मुद्दे शामिल हैं. विधि आयोग इस पर विचार कर रहा हैण् संसदीय समिति इस पर विचार कर रही है और असम सरकार पहले ही बता चुकी है कि हम यूसीसी के समर्थन में हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-असम बोर्ड 12वीं का रिजल्ट हुआ जारी, ऐसे करें चेक
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