जबलपुर, सागर. मध्यप्रदेश के सागर जिले में तीसरी लाइन की खुदाई के दौरान बीना के करौंदा रेलवे स्टेशन के पास बने पुराने भवन को तोड़ते समय तिजोरी मिली है. यह तिजोरी अंग्रेजों के समय की बताई जा रही है. खुदाई करवाने वाले ठेकेदार ने तिजोरी को सुरक्षित थाने में पहुंचा दिया.
बताया जाता है कि पश्चिम मध्य रेलवे के अंतर्गत कटनी-बीना-झांसी रेलखंड के बीच तीसरी रेल लाइन डालने का काम चल रहा है. तीसरी लाइन के लिए सागर जिले के बीना के करौंदा स्टेशन के पास बने रेलवे के पुराने भवन को तोड़कर मशीन से खुदाई की जा रही थी. खुदाई के समय जेसीबी में पत्थरों के साथ नीचे एक लोहे की तिजोरी दबी हुई निकली. इसकी लंबाई-चौड़ाई और ऊंचाई तीन फीट है. तिजोरी अंग्रेज शासन के समय की हो सकती है. तिजोरी में अंग्रेजों के समय का ताला भी लगा है.
मौके पर खुदाई करवा रहे साइट सुपरवाइजर ने बताया कि तिजोरी मिलने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में गांव के लोग मौके पर पहुंच गए. वह खुदाई का काम कर रहे कर्मचारियों से तिजोरी देने की बात कर रहे थे. लेकिन कर्मचारियों ने रेलवे संपत्ति बताकर तिजोरी देने से मना कर दिया.
इसके चलते गांव के लोग आक्रोशित हो गए. कर्मचारियों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए तिजोरी को डंपर में लोड कराकर बीना थाने भेज दी. ग्रामीणों की माने तो अंग्रेजों के समय में इस प्रकार की तिजोरी में कीमती सामान रखा जाता था. इसलिए आशंका है कि इसमें भी कीमती सामान निकल सकता है. तिजोरी में क्या है, इस मामले में अभी पता नहीं चला है. रेलवे अधिकारियों के आने के बाद तिजोरी खोली जाएगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुलाया मप्र कांग्रेस सिख सम्मेलन
#abpnews पीयूष बबेले.... मध्यप्रदेश में मीडिया की आजादी संपूर्ण रूप से समाप्त हो चुकी है?
मध्यप्रदेश में खराब काम पर 6 महिला जजों को नौकरी से निकाला, 3 की संपत्ति राजसात होगी