जशपुरनगर. जंगल का जहरीला मशरूम खाने से 15 ग्रामीण बीमार हो गए. इनमें से दो की हालत गंभीर है. मामला जिले के सन्ना थाना क्षेत्र के ग्राम चलनी की है. जानकारी के अनुसार इस गांव में दशकर्म का आयोजन किया गया था. इसमें सामाजिक भोज के लिए मशरूम की सब्जी मेहमानों को परोसा गया था.
जानकारी के अनुसार भोजन करने के कुछ ही देर के बाद मेहमानों ने उल्टी करना शुरू कर दिया. इससे पूरे गांव में अफरा तफरी मच गई. खाना खाने वाले लोग एक के बाद एक करके बीमार होते गए. बीमार लोगों को इलाज के लिए सन्ना के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया. चिकित्सालय में संविदा कर्मियों की हड़ताल से स्टाफ कम थे. ड्यूटी में मौजूद डा अर्जुन ध्रुव ने आरएचओ रीना भगत के सहयोग से उपचार शुरू किया. उपचार के बाद अधिकांश मरीजों की हालत में सुधार आना शुरू हो गया. लेकिन दो मरीजों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. जिनका उपचार जारी है. डा अर्जुन ध्रुव ने बताया कि जंगल में पाए जाने वाले कई प्रजातियों के मशरूम जहरीले होते हैं. इनके सेवन से इस तरह की स्थिति बनती है. उन्होंने ग्रामीणों से मशरूम के सेवन में सावधानी बरतने की अपील की है.
उल्लेखनीय है कि बरसात के दिनों में जंगल में मशरूम बहुतायत मात्रा में उग आते हैं. प्राकृतिक रूप से उगने वाले ये मशरूम लोगों के बीच सब्जी के रूप में बहुत लोकप्रिय है. गांव से लेकर शहर क्षेत्र में इसकी बहुत मांग रहती है. इन दिनों शहर के बाजार में सौ रुपए प्रति दोना की ऊंची कीमत पर यह बिक रही है. मशरूम के लिए गर्मी के दिनों में जंगल में आग लगाएं जाने की घटना भी होती है. ग्रामीण राख में मशरूम उगने की गलत जानकारी के कारण जंगल में आग लगा देते हैं जबकि जानकारों का कहना है कि इससे जंगल के जमीन में मौजूद मशरूम के बीज जल कर नष्ट होते हैं. साथ ही पत्तों के जल जाने से भी मशरूम नहीं उग पाते हैं.
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