जबलपुर. यात्रियों की सुविधा के लिए छोटे स्टेशनों को लोकप्रिय क्षेत्रों/शहरों के साथ पहचानने की सुविधा के लिए भारतीय रेल ने लोकप्रिय क्षेत्रों को स्टेशन के नाम के साथ जोडऩे का एक नई पहल की शुरुआत की है. इस नए पहल से यात्रा की बेहतर योजना और वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर टिकट बुकिंग में व्यक्तिगत यात्री अनुभव प्राप्त होगा.
इससे पर्यटकों को भी सुविधा होगी, क्योंकि स्टेशन खोजना आसान हो जाएगा. साथ ही यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. इस पहल में सेटेलाइट सिटी को रेलवे स्टेशनों से जोडऩा भी शामिल है. कभी-कभी, स्थानीय/लोकप्रिय नाम रेलवे स्टेशन के नामों से भिन्न होते हैं, जिससे यात्रा योजना बनाते समय भ्रम की स्थिति पैदा होती है, इसलिए इस तरह के जुड़ाव से भ्रम समाप्त हो जाएगा. इसी कड़ी में पमरे के 09 लोकप्रिय शहर/क्षेत्र को 36 स्टेशनों के साथ जोड़ा गया है.
पमरे के यह स्टेशन हैं, जिन्हें मैप किया गया
पमरे के छोटे स्टेशनों को लोकप्रिय शहरों/क्षेत्रों से जोड़ा गया है जिसमें पिपरिया को इटारसी, पिपरिया एवं नर्मदापुरम से, जबलपुर को भेडाघाट, बरगी, ग्वारीघाट, जबलपुर, मदन महल, कछपुरा एवं अधारताल से, कटनी को कटनी, न्यू कटनी जंक्शन, कटनी साऊथ, कटनी मुडवारा, माधवनगर रोड एवं उमरिया से, सागर को मकरोनिया एवं सागर से, बीना को बीना मालखेडी एवं बीना से, भोपाल को रानी कमलापति, भोपाल, निशातपुरा, साँची, संत हिरदाराम नगर, मंडीदीप, ओबेदुलागंज एवं विदिशा से, रामगंज मंडी को झालावार रोड, रामगंज मंडी एवं झालावार सिटी से, कोटा को डकनिया तलाव, कोटा एवं सोगरिया से, सवाईमाधोपुर को रणथम्भोर एवं सवाईमाधोपुर से जोड़कर मैप किया गया है.
यात्रियों को मिलेगा यह लाभ
- रेल यात्रा प्लानिंग में यात्रियों के लिए बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव.
- पर्यटक सुविधा.
- पर्यटकों के लिए स्टेशन खोज आसान.
- पर्यटन महत्व के स्थानों को निकटतम स्टेशन से मैप किया गया.
- बेहतर कनेक्टिविटी.
- रेलवे स्टेशनों को जोडऩे के लिए सैटेलाइट सिटी को जोडऩा.
- रेलवे स्टेशन से लोकप्रिय शहर के नाम का जुड़ाव नागरिकों को गर्व और स्वामित्व की भावना देता है.
उद्देश्य को पूरा करने के लिए, प्रौद्योगिकी में एप्लीकेशनों में परिवर्तन किए गए हैं. इन परिवर्तनों को ई-टिकट बुकिंग वेबसाइट के यात्रा प्लानर स्टेशन खोज में शामिल किया गया है. कार्यक्षमता यात्रा प्लानर और टिकट की इलेक्ट्रॉनिक आरक्षण पर्ची पर प्रदर्शित की जाएगी. यह कार्यक्षमता परिचालन कारणों से स्टेशन में बदलाव के मामले में संचार में आसानी प्रदान करेगी, उदाहरण के लिए, यदि परिचालन/रखरखाव गतिविधि के कारण एक निर्धारित स्टेशन बदला जाता है – यात्रा प्लानर खोज में वैकल्पिक स्टेशन दिखाएगा. इसके अलावा, एमआईएस (प्रबंधन सूचना प्रणाली) उत्पन्न होने से नई ट्रेनों और स्टेशन सुविधाओं की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-आपके रेलवे स्टेशन के पास कौन सा मशहूर पयर्टक स्थल है, बताएगा रेलवे
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