इंफाल. मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने और सामूहिक दुष्कर्म के मामले पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस तरह मणिपुर घटना में अब तक पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इससे पहले पुलिस ने 20 जुलाई को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
मणिपुर घटना में पांचवीं गिरफ्तारी
मणिपुर पुलिस ने शनिवार को बताया कि महीने भर पुरानी वायरल वीडियो मामले में यह पांचवी गिरफ्तारी है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है और आरोपियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना मणिपुर के थाउबल जिले में चार मई को घटी, जहां महिलाओं को अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया गया. पुलिस ने इस मामले में अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज किया है.
आरक्षण के मुद्दे पर भड़की हिंसा
बता दें कि मणिपुर में मैतई समुदाय जनजातीय आरक्षण की मांग कर रहा है. हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को मैतई को आरक्षण देने का आदेश दिया था लेकिन तीन मई को कुकी और नागा जनजातियों ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे राज्य में हिंसा भड़क गई. मैतई समुदाय मुख्य तौर पर इंफाल और इसके आसपास के मैदानी इलाके में रहता है, जबकि नागा और कुकी जनजाति के लोग पहाड़ी इलाकों में रहते हैं. आरक्षण मिलने के बाद मैतई समुदाय के लोग भी पहाड़ी इलाकों में जमीन खरीद सकेंगे.
सीएम ने इस्तीफा देने से किया इनकार
मणिपुर की घटना के बाद से सीएम एन बीरेन सिंह लोगों के निशाने पर हैं और उनसे इस्तीफा देने की मांग की जा रही है. हालांकि शुक्रवार को बीरेन सिंह ने इस्तीफा देने की बात से इनकार कर दिया और कहा कि फिलहाल उनका फोकस राज्य में कानून व्यवस्था कायम रखने पर है.
मणिपुर मामले को लेकर संसद के दोनों सदन में घमासान
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