पल-पल इंडिया (व्हाट्सएप- 8005967540). ज्यों-ज्यों चुनाव करीब आ रहे हैं, प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष मजेदार व्यंग्यबाण चलने लगे हैं?
इन दिनों राजनीति में गधे आकर्षण का केंद्र बने हैं, क्योंकि वे बहुत मेहनत करते हैं, कइयों के तो ये सियासी गुरु हैं, जो उनसे प्रेरणा लेते हैं?
खैर, अपनी बात को साफ और दिलचस्प तरीके से पेश करने के लिए प्रसिद्ध केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अभी गधे और घोड़े को लेकर जो बयान दिया है, वह बेहद मजेदार है और इस पर अनेक दिलचस्प टिप्पणियां आ रही हैं.....
DB LIVE @dblive15
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ये भाषण फिर हो गया वायरल, छलक उठा दर्द..
https://twitter.com/i/status/1699418940252750025
Ajit Anjum @ajitanjum
गडकरी जी किस संदर्भ में ये बात कह रहे हैं ?
किसी को आइडिया हो तो बताएं?
Prashant Bhushan @pbhushan1
ऐं! किसको घोड़ा और किसको गधा कह दिया आपने?
Surendra Rajput @ssrajputINC
सब तरफ गधे ही गधे
घोड़ों को नहीं मिल रही घास
गधे खा रहे च्यवनप्राश
समझने वाले समझ गये- नितिन गडकरी
मैं गधे से प्रेरणा लेता हूँ- नरेंद्र मोदी जी
https://twitter.com/i/status/1699291617105207520
INDIAN @_Sweet_Parul_ Reposted विनीता जैन @Vinita_Jain7
समझने वाले समझ गए है ना समझे वो अनाड़ी है....
https://twitter.com/i/status/1699248713200513318
RAVAL KALPESH S Reposted Surya Pratap Singh IAS Rtd. @suryapsingh_IAS
इतना तीखा और सीधा प्रहार?
घोड़ों को नहीं मिल रही है घास और गधे खा रहे हैं च्यवनप्राश, समझने वाले को इशारा काफी है -केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी
याद है, हाल में इन्हीं गडकरी ने मोदी जी से बड़ी बेरुखी से नज़र फेर ली थी, हाथ तक नहीं मिलाया था, वीडियो देखें....
https://twitter.com/i/status/1699294608390226018
#GodiHeToMumkinHe राजनीति के घोड़े, गधे और खच्चर?
राजनीति में घोडा, गधा और खच्चर 'सियासी तकनीक' का प्रयोग बढ़ता जा रहा है?
साहेब! चतुर शासक हमेशा बतौर सहयोगी, खच्चर को पसंद करते हैं, क्योंकि....
* घोड़ा कब गिरा दे, पता नहीं?
* गधा कब दुलत्ती मार दे, कह नहीं सकते हैं, लेकिन....
* खच्चर शांत भाव से मालिक को ढोता रहता है!
सर्च इंजन की रिसर्च पर भरोसा करें, तो....
गधे जहां प्रकृति की देन है, वही खच्चरों को पैदा करने के लिए गधे और घोड़ी को साथ करना पड़ता है? यही वजह है कि.... गधे की अपेक्षा खच्चर ज्यादा अनुशासित होते हैं!
खच्चर, गधे और घोड़ी, दोनों की ही संतान हैं, अतः इनमे दोनों के ही गुणावगुण होते हैं, अलबत्ता.... खच्चरों में एक कमी होती है, संतान उत्पन्न करने लायक नहीं होते हैं!
मतलब.... इनसे परिवारवाद का खतरा नहीं है!!
Priya singh @priyarajputlive
मध्य प्रदेश के मंदसौर में गधों को खिलाया जा रहा गुलाब जामुन....
https://twitter.com/i/status/1693295781510529147
Birpal Malik @MalikBirpal
अत्याचार के खिलाफ ये गधा लड़ सकता हैं तो फिर हम लोग क्यों नहीं लड़ सकते?
https://twitter.com/i/status/1690371758942294016
Gulab Singh Kushwaha @GulabSi41910560
जो गधों से बहस करता है, वो उससे बड़ा गधा कहलाता है, इसलिये गधों से बात न कीजिये....
https://twitter.com/i/status/1693137675208007716
#GodiHeToMumkinHe राजनीति के घोड़े, गधे और खच्चर?
चाचा-भतीजे के पारिवारिक खेल में उलझ गई महाराष्ट्र की राजनीति