नई दिल्ली/चंडीगढ़. पंजाब में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है. किसानों ने एमएसपी और बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे के लिए पटरियों पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है. किसानों ने गुरुवार को अपना आंदोलन शुरू किया, जो तीन दिन तक चलेगा. इस आंदोलन के चलते रेलवे ने 90 एक्सप्रेस-150 लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया है.
पंजाब में किसानों के 3 दिवसीय रेल रोको आंदोलन के तहत ट्रेनों के चक्के जाम हो गए हैं. दिल्ली से अमृतसर, पठानकोट से अमृतसर और पंजाब से चंडीगढ़ के रेलवे ट्रैक पूरी तरह से बाधित हैं. पटरियों पर जमे किसान किसानों के आंदोलन के चलते सैकड़ों ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है.
जानकारी के मुताबिक पंजाब के 12 जगहों पर किसान पटरियों पर जमे हुए हैं. जिससे रेलवे की व्यवस्था बिगड़ चुकी है. किसानों का आंदोलन हालिया बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज, MSP की कानूनी गारंटी और व्यापक कर्ज माफी की मांग को लेकर किया जा रहा है.
रेलवे ने दी जानकारी
किसान आंदोलन के कारण प्रभावित रेल सेवाओं पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने कहा कि कल सुबह से पंजाब में कुछ किसानों ने धरना दिया है. उन्होंने 72 घंटे तक धरने का नोटिस दिया है. वे कल से फिरोजपुर मंडल के 14 स्थानों और अंबाला मंडल के 4 स्थानों पर बैठे हैं, जिसके कारण ट्रेन संचालन बाधित है. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि इन 3 दिनों के धरने के चलते लगभग 90 मेल-एक्सप्रेस ट्रेन और 150 लोकल ट्रेन रद्द की गई हैं.
प्रदर्शनकारी किसान पूरी तैयारी के साथ आएं हैं. धरना दे रहे किसान खाने-पीने और बैठने के लिए पूरा इंतजाम करके आए हैं. अपने साथ ट्रॉलियों में आराम करने के लिए गद्दे भी लाए हैं. गुरुवार से शुरू हुए इस आंदोलन के तहत मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधर, तरन तारन, संगरूर, पटियाला, फिरोजपुर, बठिंडा और अमृतसर में 17 जगहों पर किसानों ने आंदोलन की शुरुआत की.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-8 साल पुराने ड्रग तस्करी केस में पंजाब पुलिस ने कांग्रेस विधायक सुखपाल खैरा को किया अरेस्ट
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