नई दिल्ली. देश में मकर संक्रांति की तैयारी अपने पूर शबाब पर है. इसी बीच आंध्र प्रदेश से एक बड़ी हैरान कर देने वाली खबर आ रहे है. यहां मकर संक्रांति पर होने वाली मुर्गों की लड़ाई के लिए मुर्गों को शिलाजीत और वियाग्रा खिलाया जा रहा है. इसके साथ ही मुर्गों को स्टेरॉयड भी दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में मकर संक्रांति के उत्सव पर मुर्गों की लड़ाई एक अभिन्न अंग है. यह लड़ाई प्रमुख रूप से गुंटूर, कृष्णा और दोनों गोदावरी जिलों में होती है. इस साल मकर संक्रांति का उत्सव 14 से 16 जनवरी तक है. ऐसे में मुर्गों की लड़ाई के अखाड़े पूरी तरह तैयार कर लिए गए हैं.
करोड़ों रुपए का लगता है दांव
मुर्गों की इस लड़ाई से पहले इन्हें लड़ाई के लिए बहुत ही प्रशिक्षित किया जाता है. इसके साथ ही इनकी लड़ाई पर करोड़ों रुपए के वारे-नारे होते हैं. दर्शक से लेकर प्रमुख व्यक्ति तक इन मुर्गों पर लाखों रुपए का दांव लगाते हैं और मुर्गों की मौत से यह जीत हार तय होती है. इनके पंजों में विशेष प्रकार के नाखून भी लगाए जाते हैं. संक्रांति में मुर्गों की इस लड़ाई में करोड़ों रुपए का लेनदेन हो जाता है.
बीमारी के कारण बुरा हाल
आंध्र प्रदेश में इस बार मुर्गों में रानीखेन नाम की बीमारी आ गई थी. इसके कारण मुर्गे इस बार कमजोर हो गए हैं. ऐसे में संक्रांति से पहले लड़ाई में ताकत के लिए शिलाजीत, वियाग्रा 100 और विटामिन की गोलियां दी जा रही हैं.
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