अयोध्या. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 21 जनवरी को अयोध्या पहुंच सकते है, इसकी वजह प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त व मौसम बताया जा रहा है. क्योंकि सुबह के समय घना कोहरा छाया रहता है, जिससे फ्लाइट लैंडिंग में मुश्किल आ सकती है. इसलिए प्रधानमंत्री का एक दिन पहले आने का कार्यक्रम बन रहा है.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के लिए प्रधानमंत्री को सुबह 11 बजे तक हर हाल में रामजन्मभूमि परिसर पहुंचना है. जिसे देखते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी 21 जनवरी की शाम 5 बजे तक अयोध्या पहुंच सकते हैं. हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े सूत्रों के अनुसार प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी की सुबह पीएम मोदी सरयू में स्नान करेगें. इसके बाद घाट से 200 मीटर दूर स्थित नागेश्वरनाथ महादेव का अभिषेक कर सकते हैं. घाट से नागेश्वर महादेव तक पीएम पैदल जा सकते हैं.
नागेश्वर महादेव से राम मंदिर की दूरी करीब 2 किलोमीटर है. कार्यक्रम कुछ ऐसा भी बन रहा है कि सरयू का जल लेकर नागेश्वर मंदिर से राम मंदिर तक पीएम पैदल यात्रा भी कर सकते हैं. इसके साथ ही पीएम द्वारा मां सीता की कुलदेवी छोटी देवकाली मंदिर में भी पूजा कर सकते हैं. 22 जनवरी को पीएम मोदी राम मंदिर परिसर में सबसे पहले जटायू की मूर्ति का पूजन करेंगे. इसके बाद प्राण-प्रतिष्ठा पूजन में शामिल होंगे. दोपहर 12.20 से 1 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा. पीएम के सामने रामलला की आंखों से पट्टी खोली जाएगी. वे रामलला को सोने की सलाई से काजल लगाकर उनको शीशा दिखाएंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत व ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास अपने विचार रखेंगे.
सरयू अतिथि निवास में रुकेगें पीएम-
प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में सरयू अतिथि निवास में रात्रि रुक सकते हैं. सीएम योगी भी अयोध्या दौरे के दौरान यही रुकते हैं. हालांकि अयोध्या के प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की अभी कोई जानकारी नहीं मिली है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-फिर अभेद बनी अयोध्या: 10,000 सीसीटीवी कैमरे, AI से लैस ड्रोन, चप्पे-चप्पे पर स्नाइपर्स
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