चंडीगढ. सिरसा डेरा प्रमुख राम रहीम को 50 दिन की पैरोल मिलने के बाद आप की दिल्ली से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने ऐतराज जता दिया है. आप सांसद स्वाति मालीवाल ने हरियाणा सरकार को घेरा और इस मुद्दे को संसद में भी उठाने की बात कही है. वहीं, एसजीपीसी ने भी डेरा मुखी के प्रति दिखाई जा रही हमदर्दी पर सवाल खड़े किए हैं.
आम आम पार्टी की राज्य सभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन स्वाति मालीवाल राम रहीम को लेकर सवाल खड़े कर चुकी हैं. स्वाति मालीवाल ने कहा कि एक बार फिर गुरमीत राम रहीम को 50 दिन की पैरोल दे दी गई. हरियाणा सरकार चोरी छिपे इसको संरक्षण दे रही है? सिर्फ चंद वोट बटोरने के लिए पूरे देश की बेटियों को कुएं में धकेलने को सरकार उतारू है.
स्वाति ने आगे कहा कि जिस वक्त नारी के सम्मान के लिए युद्ध करने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरा देश कर रहा है, उस समय इस बलात्कारी-हत्यारे को आजाद किया जा रहा है. ये मुद्दा संसद में उठाऊंगी.
राम-रहीम को बार-बार छोडऩा ऐतराज योग्य
वहीं, एसजीपीसी ने भी राम रहीम को बार-बार पैरोल देने पर ऐतराज जताया है. प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने आरोप लगाया कि राम रहीम की सरकार से विशेष हमदर्दी कई सवाल पैदा करती है. ये साफ तौर पर सियासत से प्रेरित है. देश के अंदर सरकारें दोहरी नीतियां अपना रही हैं. एक तरफ तीन दशकों से सिख कैदी जेलों में बंद हैं, वहीं दूसरी तरफ गुरमीत राम रहीम के घिनौने अपराधों को नजरअंदाज कर उसे बार-बार पैरोल दी जा रही है.
राम रहीम ने अयोध्या पहुंचने का दिया संदेश
वहीं, पैरोल पर जेल से बाहर आकर राम रहीम ने डेरा प्रेमियों से 22 जनवरी को होने जा रहे श्रीराम लला प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचने का संदेश दिया है. राम रहीम ने संगत के लिए बनाए वीडियो में कहा कि 22 जनवरी को राम जी का भी पर्व मनाया जा रहा है. आप सभी उस पर्व में शामिल हों. क्योंकि, हम सभी उस श्रीराम की ही संतान हैं.
उस पर्व को भी दिवाली की तरह मनाया जाए, जैसे सभी मना रहे हैं. सभी को इसकी शुभकामनाएं. इसके साथ ही राम रहीम ने अपने अनुयायियों को आदेश दिया कि कोई भी क्क बरनावा आश्रम में न आए. जैसे सेवादार आपको कहेंगे, वैसे रह कर ही खुशियां मनानी हैं. इसके साथ ही रूस्त्र भंडारा पूरा महीना चलेगा.
50 दिन की पैरोल पर बाहर आया
हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आ चुका है. शुक्रवार को उसकी 50 दिन की पैरोल मंजूर हुई थी. शुक्रवार शाम को वह रोहतक की सुनारिया जेल से उत्तर प्रदेश स्थित बरनावा आश्रम पहुंच गया.
राम रहीम को सिरसा डेरा आने की इजाजत नहीं
राम रहीम को बागपत जिले में बरनावा आश्रम में ही रुकना पड़ेगा. पैरोल या फरलो के दौरान उसे सिरसा स्थित उसके डेरा सच्चा सौदा के हेड क्वार्टर में रुकने की इजाजत नहीं मिलती है. इस बारे में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर भी कह चुके हैं कि राम रहीम को जेल नियमों के अनुसार पैरोल या फरलो मिलती है. इतना जरूर है कि सरकार राम रहीम को सिरसा आने की इजाजत नहीं देती.
इन दलीलों पर मिल रही पैरोल या फरलो
पैरोल या फरलो के लिए राम रहीम ने पहले बीमार मां को देखने की दलील दी थी. जिसके बाद वह गुरुग्राम के अस्पताल में आया था. इसके बाद उसने अपनी गोद ली हुई बेटियों की शादी कराने के लिए पैरोल मांगी. फिर यूपी आश्रम के आसपास अपने खेतों की देखभाल करने और पूर्व डेरा प्रमुख शाह सतनाम की जयंती मनाने के लिए के लिए पैरोल में दलीलें दी थीं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पंजाब : पटियाला में एक परिवार के चार सदस्यों की दम घुटने से मौत, ठंड से बचने अंगीठी जलाकर सो गये थे
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