तेहरान। ईरान ने शनिवार को अपना सौरैय्या सैटेलाइट लॉन्च किया है. इसके साथ ही इस सफलतापूर्वक अब तक कि सबसे उच्च कक्षा में स्थापित कर दिया है.अमेरिका ने पूर्व में ईरान की ओर से सैटेलाइट और मिसाइल लॉन्चिंग को लेकर विरोध किया है.यह सैटेलाइट ईरान के उसी कार्यक्रम का हिस्सा है जिसका पश्चिमी देश विरोध करते रहे हैं. पश्चिमी देशों को लगता है कि उन्नत बैलिस्टिक मिसाइल की क्षमता हासिल कर लेने से ईरान क्षेत्रीय संतुलन को बिगाड़ सकता है.
आपको बता दें कि ईरान ने यह घोषणा ऐसे समय की है जब गाजा में इजरायल हमास के खिलाफ लगातार हमलावर बना हुआ है. वहीं, हाल ही में पाकिस्तान के साथ हवाई हमलों ने दोनों देशों के मध्य चिंता और तनाव के हालात पैदा कर दिए हैं. इस घटना की वजह से दोनों ही देशों और वेस्ट एशिया में तनाव बढ़ता जा रहा है.
अमेरिका ने तेहरान द्वारा की गई इस कार्रवाई पर कहा कि यह यूएनएससी के प्रस्तावों का उल्लंघन है. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने ईरान पर परमाणु हथियारों से जुड़े किसी भी परीक्षण पर रोक लगाई है. ईरान के ऊपर यूएन का मिसाइल प्रोग्राम से संबंधित प्रतिबंध पिछले साल अक्टूबर में समाप्त हो गया था.
तेहरान की इस समय कई देशों से तल्खियां चल रही हैं. इजरायल के साथ बीते साल 7 अक्टूबर से ही उसके रिश्ते और खराब हो गए हैं. अमेरिका और इजरायल तेहरान पर हूती विद्रोहियों के समर्थन का आरोप लगा रहे हैं. ताजा पाक के बलूचिस्तान में हमलों ने दोनों इस्लामिक देशों में तनाव के नए आयामों को जन्म दिया है.
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