पाली (राजस्थान). पाली की ग्रेनाइट खदान में 6 मजदूरों पर 100 टन की चट्टान गिर गई. इसमें 3 मजदूरों की डेढ़ घंटे नीचे दबे रहने से मौत हो गई. उनके शव चट्टान के नीचे दबने से पूरी तरह पिचक गए थे. इन्हें कपड़े में भरकर अस्पताल ले जाया गया. वहीं, 3 लोग घायल हो गए. हादसा पाली जिले के गुड़ा एदंला थाना क्षेत्र के साकदड़ा गांव (चाणोद) के पास बुधवार 21 फरवरी की सुबह का है.
घटना की जानकारी मिलने पर गुड़ा एंदला और तखतगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची. 3 मृतक मजदूरों के शव बाहर निकालने के बाद पाली के बांगड़ अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाए गए हैं. हादसे की जांच के लिए अजमेर से खान सुरक्षा महानिदेशालय की टीम पाली पहुंच रही है.
वाइब्रेशन से गिरी चट्टान
गुडा एंदला थाने के हेड कॉन्स्टेबल अमराराम ने बताया- हादसा सुबह साढ़े 10 बजे हुआ था. ये कुल 6 लोग थे और ग्रेनाइट की खदान में पत्थर तोडऩे का काम कर रहे थे. ड्रिल मशीनों से पत्थर की कटाई व अन्य कार्य चल रहा था. ड्रिल के वाइब्रेशन से ऊपर की 100 टन की चट्टान भरभराकर नीचे आ गिरी. इसमें महावीर (20), हेमराज (22), मोहन (21) की चट्टान के नीचे दबने से मौत हो गई. वहीं गंभीर घायल शांति लाल (25) को जोधपुर रेफर कर दिया गया है. श्रवण (24) और ईश्वर (24) को हल्की चोटें आई हैं, जिनका प्राथमिक इलाज कराया गया है.
मौके पर मची चीख-पुकार
चट्टान गिरने के दौरान धमाके की आवाज से आसपास काम कर रहे मजदूर चौंक गए. मौके पर अफरा तफरी और चीख-पुकार मच गई. यहां पहुंचे सुरेश चौधरी ने बताया कि घटना के वक्त जोरदार धमाका हुआ था. ऐसा लगा जैसे कि कोई बम फटा हो. इसके बाद हम यहां दौड़ कर पहुंचे तो देखा कि मजदूर खदान में दबे थे. धूल का गुबार उठ रहा था और लोग इधर-उधर भागने लगे थे. इसके बाद पुलिस को सूचना दी और रेस्क्यू शुरू हुआ. संचालक प्रतिनिधि शुभम गौड़ के अनुसार, खदान मैसर्स पन्ना मिश्री ग्रेनाइट नाम से है. ये मजदूर पिछले 15 दिनों से ही यहां काम करने आए हुए थे. इन्हें नागौर निवासी रिछपाल भाकर यहां लाया था.
जांच के लिए अजमेर से आ रही टीम
खनिज विभाग सोजत के माइनिंग इंजीनियर धीरज पंवार ने कहा कि खदान में काम करते समय मजदूरों को मास्क लगाकर रहना चाहिए. साथ ही शूज और हेलमेट पहने होने चाहिए ताकि हादसे से बच सकें, लेकिन, साकदड़ा के पास पन्ना मिश्री ग्रेनाइट में जो हादसा हुआ, उसमें करीब 100 टन वजनी पत्थर मजदूरों पर गिरने की बात सामने आई है. इतने भारी पत्थर के नीचे दबे मजदूरों का बचना मुश्किल था. जांच के लिए अजमेर से खान सुरक्षा महानिदेशालय से टीम आ रही है. उनकी जांच में खदान मालिक की गलती सामने आएगी तो मुकदमा भी दर्ज करवाया जाएगा.
कपड़े में भरकर ले जाने पड़े शव
करीब 100 टन वजनी पत्थर के नीचे दबने से तीनों श्रमिकों की बॉडी पिचक गई थी. उन्हें कपड़े में भरकर कर बांगड़ हॉस्पिटल पहुंचाया गया. घटना की जानकारी मिलने पर DIG ओमप्रकाश मेघवाल, पाली कलेक्टर एलएन मंत्री, एसपी चूनाराम जाट, एएसपी अकलेश कुमार शर्मा, गुड़ा एंदला थाना पुलिस स्टाफ सहित कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-राजस्थान : ईडी के नाम पर प्रोफेसर महिला से 7.50 करोड़ की ठगी, यह है पूरा मामला
कांग्रेस ने की राज्यसभा के लिए चार उम्मीदवारों की घोषणा, सोनिया गांधी ने राजस्थान से भरा नामांकन
राजस्थान: अजमेर-उदयपुर हाईवे पर कंटेनर-मिनी ट्रक की टक्कर, 3 की मौत, 5 घायल गंभीर, उदयपुर रेफर