भारत में CAA लागू होने से पाकिस्तान ने लगाया भेदभाव का आरोप

भारत में CAA लागू होने से पाकिस्तान ने लगाया भेदभाव का आरोप

प्रेषित समय :09:02:50 AM / Fri, Mar 15th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
Whatsapp Channel

नई दिल्ली. पाकिस्तान ने भारत के नए नागरिकता (संशोधन) कानून को भेदभावपूर्ण करार देते हुए गुरुवार को दावा किया कि यह लोगों के बीच उनकी आस्था के आधार पर भेदभाव करता है. सीएए पर टिप्पणी करते हुए पाकिस्तान विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि जाहिर तौर पर, कानून और प्रासंगिक नियम भेदभावपूर्ण प्रकृति के हैं क्योंकि ये लोगों के बीच उनकी आस्था के आधार पर भेदभाव करते हैं.

उन्होंने आरोप लगाया कि ये नियम और कानून गलत धारणा पर आधारित हैं कि क्षेत्र के मुस्लिम देशों में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जा रहा है और भारत अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित आश्रय स्थल है. मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि पाकिस्तान की संसद ने 16 दिसंबर, 2019 को कानून की आलोचना करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें इसे समानता और गैर-भेदभाव के अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और मानवाधिकार कानून के खिलाफ बताया.

भारत सरकार ने सोमवार को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम 2019 लागू किया, जिससे 31 दिसंबर, 2014 से पहले भारत आए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर-मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने का मार्ग प्रशस्त हो गया. सरकार ने यह भी कहा है कि सीएए पर भारतीय मुसलमानों को किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि इस कानून का भारतीय मुसलमानों से कोई लेना-देना नहीं है, जिनके पास अपने समकक्ष हिंदू भारतीय नागरिकों के समान अधिकार हैं.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

अमेरिकी गायिका मैरी मिलबेन ने सीएए लागू होने पर पीएम मोदी को सराहा

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले देश में लागू होगा सीएए, गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान