दिसपुर. असम में ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने आज साफ तौर पर कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में सत्ता में लौटने पर उनकी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन से हाथ नहीं मिलाएगी. हालांकि एआईडीयूएफ नेता ने कहा कि वे उन सभी तीन सीटों पर जीत हासिल करेंगें जिन पर वे चुनाव लड़ रहे हैं.
सीटों के बंटवारे को लेकर इंडिया ब्लॉक में मचे घमासान से निराश बदरुद्दीन ने कहा कि अगर पार्टियां बरकरार रहतीं तो कुछ उम्मीद की जा सकती थी लेकिन ये सभी लड़कर एकतरफा तौर पर भाजपा को फायदा पहुंचा रहे हैं. बदरुद्दीन ने कहा कि एआईयूडीएफ तीनों सीटें जीतेगी. हम भाजपा-एनडीए के साथ सरकार नहीं बना सकते. इसलिए हम धर्मनिरपेक्ष पार्टियों के साथ ही रहेंगे.
उन्होंने कहा कि अगर इंडिया गुट एक साथ होता तो कुछ उम्मीद हो सकती थी लेकिन ये सभी अलग-अलग लड़ रहे हैं. आम आदमी पार्टी व तृणमूल कांग्रेस दो बड़ी पार्टियां हैं जो बिल्कुल अलग-अलग लड़ रही हैं. इससे भाजपा को फायदा होगा. उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की कि उत्तर प्रदेश-बिहार में भाजपा को भारी नुकसान होगा.
वे हमारे पीछे भी सीबीआई-ईडी लगा देगें-
एआईयूडीएफ नेता ने कहा कि हमें डर है कि अगर हम कुछ बोलेंगे तो वो हमारे पीछे ईडी और सीबीआई लगा देंगेे. लेकिन माहौल भाजपा के खिलाफ जा रहा है. लोगों को 15 लाख रुपये की उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. दो करोड़ नौकरियां नहीं मिलीं. युवा बेरोजगार हैं. उन्होंने कहा कि जिस युवा ने भाजपा को सत्ता में पहुंचाया वही युवा आज उनसे नाराज है. उन्होंने दावा किया कि वे संविधान बदलने की सोच रहे हैं जिसके लिए उन्हें 400 से अधिक सीटें चाहिए उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा.
असम में 14 संसदीय क्षेत्र-
असम की 14 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल व 7 मई को चुनाव होंगे. उन्होने कहा कि अगर भारत गठबंधन के भीतर पार्टियां एक साथ लडऩे के लिए सहमत होतीं तो चीजें अलग होतीं. लेकिन अब इससे भाजपा को फायदा होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-असम में 17,500 करोड़ की विकास परियोजनाओं का पीएम नरेंद्र मोदी ने किया अनावरण
असम में लागू होने के ऐलान पर भड़का विद्रोह, 30 संगठन आए साथ, अनशन व सत्याग्रह करने का फैसला
जलवायु परिवर्तन की चेतावनी: उत्तराखंड में असमय खिल उठा बुरांश!
असम सरकार ने खत्म किया मुस्लिम मैरिज एंड डिवोर्स एक्ट, कहा- बाल विवाह पर लगेगी रोक
असम: इलाज के लिए जादू-टोने को लेकर हुई सख्त सरकार, कैबिनेट से प्रतिबंध लगाने वाले विधेयक को मंजूरी