नई दिल्ली. देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि उनकी सरकार जरूरत पडऩे पर अग्निवीर भर्ती योजना में बदलाव के लिए तैयार है. उन्होने यह भी कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि अग्निवीरों का भविष्य सुरक्षित रहे.
रक्षामंत्री श्री सिंह ने कहा कि सेना को युवाओं की जरूरत है. मुझे लगता है कि युवा उत्साह से भरा होता है. वे टेक-लवर होते हैं. हमने इस बात का उचित ध्यान रखा है कि उनका भविष्य भी सुरक्षित रहे. जरूरत पड़ी तो हम बदलाव भी करेंगे. अग्निवीर स्कीम लागू होते ही विवादों में आ गई थी. इस स्कीम में सिर्फ 4 साल की सर्विस को विपक्ष ने युवाओं के साथ धोखा बताया था.
कांग्रेस ने अपने चुनावी कैंपेन में अग्निवीर स्कीम को मुख्य मुद्दा बनाया है. केंद्र सरकार ने 14 जून 2022 को सेना की तीनों शाखाओं थलसेना, नौसेना व वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की थी. इस स्कीम के तहत नौजवानों को सिर्फ 4 साल के लिए डिफेंस फोर्स में सेवा देनी होगी. वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में इसी महीने राहुल गांधी ने ग्वालियर में अग्निवीर भर्ती से जुड़े युवाओं, पूर्व सैनिकों से करीब 40 मिनट तक बात की. यहां सेना की तैयारी कर रहे युवाओं ने बताया कि जो सम्मान फौजी बनने पर मिलता था अब वो अग्निवीर बनने पर नहीं मिलता. न शहीद का दर्जा मिलता है न ही पेंशन और कैंटीन की सुविधा मिलती है. यहां तक कि अब तो अग्निवीर सुनकर हमारे लिए रिश्ते भी नहीं आ रहे हैं. इस पर राहुल गांधी ने युवाओं को भरोसा दिलाया था कि यदि उनकी सरकार आती है तो वह अग्निवीर भर्ती योजना में जो सुधार हो सकता है वह जरूर करेंगे. राहुल ने कहा था कि मोदी सरकार अग्निवीर योजना लेकर आई है ताकि सैनिकों की ट्रेनिंग व पेंशन का पैसा अडाणी को दिया जा सके. अग्निवीर योजना में चार में से तीन लोगों को बाहर कर दिया जाएगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली के सीएम केजरीवाल की ईडी द्वारा गिरफ्तारी और निचली कोर्ट के रिमांड को हाईकोर्ट में चुनौती
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