अभिमनोज. लोकसभा चुनाव करीब आते जा रहे हैं लेकिन महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य में सीटों का बंटवारा अभी भी उलझा हुआ ही है.
खबर है कि....
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस के बीच सीटों पर सहमति बनाने को लेकर अब तक कई-कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन नतीजा नहीं निकला है.
खबरों की मानें तो- महाराष्ट्र में बीजेपी और शिंदे गुट की शिवसेना के बीच 6 सीटों पर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है, ये सीटें- ठाणे, पालघर, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, नासिक, संभाजीनगर और धाराशिव बताई जा रही हैं.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और देवेन्द्र फडणवीस के बीच अब तक हुई बातचीत के बाद ऐसा लगता है कि अमित शाह की दखलंदाजी के बाद ही कोई रास्ता निकल पाएगा?
दरअसल, लोकसभा की ज्यादा से ज्यादा सीटें बीजेपी इसलिए लेना चाहती है, ताकि केंद्र में उसका एकल बहुमत बना रहे, जबकि शिवसेना लोकसभा में अपनी ज्यादा सीटों के साथ अपनी मौजूदगी दिखाकर केंद्र में ताकतवर बने रहना चाहती है, यही नहीं, यदि शिवसेना को कम सीटें मिली तो अगले विधानसभा चुनाव में शिवसेना की दावेदारी कमजोर पड़ जाएगी.
याद रहे, अभी शिंदे शिवसेना के पास बीजेपी से कम विधायक है, बावजूद इसके, बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री बना रखा है, यदि शिवसेना शिंदे और कमजोर हुई तो अगले चुनाव के बाद में सत्ता का समीकरण बदल सकता है!
देखना दिलचस्प होगा कि महाराष्ट्र में बीजेपी सहयोगियों को संतुष्ट करते हुए अपनी सीटें और ताकत कैसे बढ़ाती है?
महाराष्ट्र: मुंबई की छह मंजिला इमारत में लगी आग, 40 लोगों को सुरक्षित निकाला
महाराष्ट्र में भाजपा और विपक्ष में कौन दमदार?
महाराष्ट्र: गढ़चिरौली में एनकाउंटर के दौरान पुलिस ने 4 नक्सलियों को मार गिराया
महाराष्ट्र: शिंदे सरकार ने बदला अहमदनगर जिले का नाम, मुंबई के 8 रेलवे स्टेशनों के नाम भी हुए चेंज