चैत्र नवरात्रि 09 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं, हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिप्रदा तिथि से चैत्र नवरात्र की शुरूआत होती है, ऐसी मान्यता है जो भक्त इस व्रत को पूरी श्रद्धा भाव के साथ करता है, उसे शुभ फल की प्राप्ति होती है.
मां दुर्गा के पवित्र नवरात्रि मे लोग घर में विशेष घटस्थापना करते हैं और नवरात्रि की शुरूआत करते हैं. इस दिन कलश स्थापना या घटस्थापना का विशेष महत्व होता है.
चैत्र नवरात्रि 09 अप्रैल से 17 अप्रैल तक चलेंगे, इस दौरान मां दुर्गा के व्रत रखें जाएंगे और उनकी अखंड ज्योत जलाई जाएगी, 16 अप्रैल, मंगलवार के दिन अष्टमी मनाई जाएगी, वहीं 17 अप्रैल को राम नवमी के साथ व्रत का समापन होगा.
चैत्र नवरात्रि तिथियां.
1- चैत्र नवरात्रि प्रतिपदा तिथि व्रत 9 अप्रैल मां शैलपुत्री की पूजा.
2- चैत्र नवरात्रि द्वितीया तिथि व्रत 10 अप्रैल मां ब्रह्मचारिणी की पूजा.
3- चैत्र नवरात्रि तृतीया तिथि व्रत 11 अप्रैल मां चंद्रघंटा की पूजा.
4- चैत्र नवरात्रि चतुर्थी तिथि व्रत 12 अप्रैल मां कुष्माण्डा की पूजा.
5- चैत्र नवरात्रि पंचमी तिथि व्रत 13 अप्रैल मां स्कंदमाता की पूजा
6- चैत्र नवरात्रि षष्ठी तिथि व्रत 14 अप्रैल मां कात्यायनी की पूजा
7- चैत्र नवरात्रि सप्तमी तिथि व्रत 15 अप्रैल मां कालरात्री की पूजा
8- चैत्र नवरात्रि अष्टमी तिथि व्रत 16 अप्रैल मां महागौरी की पूजा, अष्टमी पूजन
9- चैत्र नवरात्रि नवमी तिथि व्रत 17 अप्रैल मां सिद्धिदात्री की पूजा एवं नवमी कन्या पूजन.
पहले दिन नवरात्रि नियम.
नवरात्रि के पहले दिन शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें और व्रत का संकल्प लें.
पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की करें और अखंड ज्योति जलाएं.
इस दौरान लहसुन, प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए.
किसी से लड़ाई, द्वेष ना करें.
अपनी वाणी को मधुर रखें और अपशब्द ना कहें.
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